जेडीयू MLC राधाचरण को ईडी ने गिरफ्तार किया: कभी जलेबी बेचते थे, बालू के खेल से बन गये अरबपति

जेडीयू MLC राधाचरण को ईडी ने गिरफ्तार किया: कभी जलेबी बेचते थे, बालू के खेल से बन गये अरबपति

PATNA: बिहार के सियासी गलियारे से बड़ी खबर सामने आ रही है. जेडीयू के विधान पार्षद राधाचरण सेठ को गिरफ्तार कर लिया गया है. राधाचरण सेठ भोजपुर से स्थानीय निकाय क्षेत्र से जेडीयू के एमएलसी हैं. ईडी ने उनके ठिकानों पर आज फिर से छापेमारी की थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आरा के एक फार्म हाउस से जेडीयू एमएलसी की गिरफ्तारी हुई है।  


आज ही प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की टीम ने जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह उर्फ राधाचरण सेठ के पटना और आरा स्थित ठिकानों पर फिर से छापेमारी की थी. ईडी अधिकारियों की टीम ने एमएलसी के आलीशान फार्म हाउस समेत अन्य ठिकानों पर छापा मारा था. राधाचरण सेठ पर बालू घाट के ठेकों में करोड़ों की हेराफेरी एवं टैक्स चोरी के आरोप हैं. 


बता दें कि इससे पहले 5 जून 2023 को राधाचरण सेठ के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. विधान पार्षद राधाचरण सेठ के बाबू बाजार स्थित आवास, अनाईठ फार्म हाउस, शहीद भवन और बाईपास होटल में छापामारी की गयी थी. उसके बाद राधाचरण सेठ और उनके बेटे कन्हैया कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. करीब 15 दिन पहले ईडी की टीम ने राधाचरण सेठ और उनके बेटे कन्हैया कुमार ने करीब 17 घंटे तक पूछताछ की थी. 


जलेबी बेचते बेचते बन गये अरबपति

राधाचरण सेठ आरा-बक्सर स्थानीय निकाय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार एमएलसी चुने गये हैं. पहली दफे वे राजद के टिकट पर विधान पार्षद चुने गये थे. बाद में वे जेडीयू में शामिल हो गये और 2022 में जेडीयू के टिकट पर जीत हासिल की. आरा के लोग बताते हैं कि तीन दशक पहले राधाचरण साह की आरा रेलवे स्टेशन के बाहर जलेबी की दुकान हुआ करती थी. वे खुद उस दुकान पर बैठ कर जलेबी छानते थे. उसके बाद वे जमीन का कारोबार करने लगे. 2005 में जब बिहार में नीतीश कुमार की सरकार आयी तो बालू सोने के माफिक हो गया. तब बिहार सरकार ने बालू के ठेके देना शुरू किया तो राधाचरण सेठ अपने सिंडिकेट के साथ इस धंधे में कूद पड़े. इस सिंडिकेट ने बिहार के ज्यादातर जिलों में बालू का ठेका ले लिया. इसके राधा चरण आरा-बक्सर के सबसे बड़े रईसों में शामिल हो गये. राधा चरण साह लंबे समय से बालू सिंडिकेट से जुड़े रहे हैं।. इसी दौरान वे विधान पार्षद बन गये.