PATNA : जनता दल यूनाइटेड के बाहुबली विधायक गोपाल मंडल इन दिनों अपनी बोली से सरकार और पार्टी दोनों की फजीहत करा रहे हैं. 2020 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद गोपाल मंडल आउट ऑफ कंट्रोल मोड में चल रहे हैं. शायद ही कोई ऐसा हद से गुजरता हो जब गोपाल मंडल कोई विवादित बयान नहीं देते हो. जमीन पर कब्जा करने पहुंचे गोपाल मंडल को जब ग्रामीणों ने बंधक बनाया तो उसके बाद भी उनके तेवर नरम नहीं पड़े. गोपाल मंडल ने इस पूरे मामले के बाद कह डाला कि रिवाल्वर लेकर चलते हैं, जरूरत पड़ी तो ठोक देंगे.
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष भले ही आरसीपी सिंह हो लेकिन पार्टी नीतीश कुमार की नीतियों पर चलती है. नीतीश कुमार की राजनीति में उस शैली के लिए कोई जगह नहीं रही है, जिसमें आजकल गोपाल मंडल बोल रहे हैं. हैरत इसी बात पर है कि गोपाल मंडल के आउट ऑफ कंट्रोल बयानों के बावजूद अब तक के पार्टी और नेतृत्व इस पर चुप है.
गोपाल मंडल के ताजा बयान को लेकर आज जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से सवाल किया गया लेकिन उन्होंने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया. गोपाल मंडल का जो बयान देश भर की सुर्खियां बना रहा, उस बयान को जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने नहीं सुना. जी हां उमेश कुशवाहा ने यही कहते हुए गोपाल मंडल के बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. हालांकि उन्होंने बार-बार पूछने पर केवल इतना कहा कि अगर ऐसा बयान है तो यह बयान नहीं देना चाहिए. प्रदेश की कमान संभालने के बाद पहली बार सीवान पहुंचे उमेश कुशवाहा गोपाल मंडल पर कुछ भी कह पाने का जोखिम नहीं उठा पाए.
गोपाल मंडल के हालिया बयानों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी चुप्पी साध रखी है. ऐसा नहीं है कि गोपाल मंडल विधान सभा सत्र में शामिल नहीं हो रहे हैं. वह लगातार बैठकों में मौजूद रहे हैं. दर्जनों हथियार लेकर चलने वाला बयान गोपाल मंडल ने विधानसभा परिसर में ही दिया था. लेकिन उसके बावजूद नीतीश कुमार ने इस मामले को संज्ञान में नहीं लिया.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह जी गोपाल मंडल को लेकर कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखा रहे. विधानसभा चुनाव जीतने के बाद गोपाल मंडल का सबसे पहले ऑडियो वायरल हुआ था. इस ऑडियो में गोपाल मंडल बीजेपी विधायक इंजीनियर शैलेंद्र को लेकर भला बुरा कह रहे थे. गोपाल मंडल के ऊपर बीजेपी विधायक ने धमकी देने और उनसे अपनी जान का खतरा बताते हुए कंप्लेंट भी दर्ज करा रखी है.
गोपाल मंडल में खुद नीतीश सरकार के स्थायित्व पर भी सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि अब नीतीश सरकार जाने वाली है और तेजस्वी यादव की सरकार आने वाली है. हालांकि इस बयान पर उन्होंने यह भी सफाई दी थी कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया. लेकिन विधानसभा सत्र के दौरान गोपाल मंडल में तो सारी सीमाएं तोड़ दी. वह लगातार खुद को बाहुबली साबित करने में जुटे हुए हैं.
उन्हें यह कहने से कोई गुरेज नहीं कि दर्जनों हथियार उनके आगे पीछे रहता है. खुद अपने साथ रिवाल्वर रखते हैं और लाइसेंसी रिवाल्वर से वक्त आने पर किसी को ठोक भी सकते हैं. इन सब बयानों के बावजूद जेडीयू नेतृत्व गोपाल मंडल को लेकर चुप है. आज दिनभर विधानसभा में मीडिया गोपाल मंडल पर जेडीयू नेताओं की प्रतिक्रिया लेने का प्रयास करती रही लेकिन किसी ने इस मामले पर जुबान नहीं खोली. ऐसा लगता है कि गोपाल मंडल जेडीयू के लिए फेविक्विक का काम कर रहे हैं.