1st Bihar Published by: Updated Thu, 25 Jun 2020 07:17:45 PM IST
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PATNA : दो दिन पहले आरजेडी से जेडीयू में शामिल हुए विधान पार्षदों को टास्क सौंप दिया गया है. जानकार सूत्र बता रहे हैं कि उन्हें आरजेडी के कद्दावर विधायकों को तोडने का जिम्मा सौंपा गया है. जेडीयू में शामिल हुए विधान पार्षदों में ज्यादातर वही हैं जो लालू यादव के बेहद खास रह चुके हैं. उन्हें आरजेडी की सारी कमियां और खूबियां पता है. पाला बदलने वाले MLC टास्क को पूरा करने में लग गये हैं.
राधा चरण सेठ ने कहा-40 विधायक लाइन में हैं
RJD से जेडीयू में शामिल हुए विधान पार्षद राधा चरण सेठ ने आज आरा में कहा कि जेडीयू में शामिल होने के लिए आरजेडी विधायकों में होड़ मची है. वे आरजेडी के विधायकों का फोन रिसीव करते-करते परेशान हैं. आरजेडी के विधायक बिना देर किये जेडीयू में शामिल होना चाहते हैं. लेकिन सही वक्त का इंतजार किया जा रहा है. राधा चरण सेठ ने कहा कि 40 विधायकों की सूची है . थोड़ा इंतजार करिये सब सामने आ जायेगा.
हम आपको बता दें कि राधाचरण सेठ लालू यादव के बेहद करीबी रहे हैं. आरा से लेकर बक्सर के इलाके में ये माना जाता रहा है कि राधाचरण सेठ लालू फैमिली और आरजेडी के फाइनेंसर रहे हैं. लंबे समय से लालू यादव से जुड़े राधाचरण सेठ जैसे लोगों को आरजेडी के अंदर की बात भली-भांति मालूम है.
जेडीयू के सूत्रों की मानें तो राधाचरण सेठ ही नहीं बल्कि जेडीयू में शामिल हुए दो और विधान पार्षदों को मिशन आरजेडी पर लगा दिया गया है. नीतीश की पार्टी का टारगेट है कि चुनाव से पहले आरजेडी के दो दर्जन से ज्यादा कद्दावर विधायकों को अपने पाले में लाया जाये. जेडीयू के एक नेता ने कहा कि आरजेडी के एक दर्जन विधायक पहले से ही संपर्क में हैं. फराज फातमी से लेकर महेश्वर यादव जैसे विधायक तो खुल कर आरजेडी से बगावत कर चुके हैं. नीतीश कुमार के सिपाहसलारों को उम्मीद है कि उनका टारगेट जल्द ही पूरा हो जायेगा.