जेडीयू में रालोसपा के विलय पर सवाल: पार्टी के एक गुट ने चुनाव आय़ोग को पत्र लिखा, उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निकालने का एलान

जेडीयू में रालोसपा के विलय पर सवाल: पार्टी के एक गुट ने चुनाव आय़ोग को पत्र लिखा, उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निकालने का एलान

PATNA : अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जेडीयू में विलय करने के उपेंद्र कुशवाहा के एलान पर सवाल खड़ा हो गया है. रालोसपा नेताओं के एक गुट ने उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निकालने का एलान कर दिया है. उन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिख कर कहा है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का अस्तित्व बचा हुआ है. लिहाजा विलय को मान्यता नहीं दिया जाये.


चुनाव आयोग को पत्र
रालोसपा के महासचिव अरूण कुशवाहा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण दल से बर्खास्त कर दिया गया है. लिहाजा उन्होंने जेडीयू में पार्टी के विलय का जो एलान किया है उसे मान्यता नहीं दी जाये. चुनाव आय़ोग से मांग की गयी है कि राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का अस्तित्व बरकरार रखा जाये. चुनाव आयोग तत्काल प्रभाव से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का बैंक खाता फ्रीज करे और उसे पार्टी के नये नेतृत्व के सुपुर्द करे.


अरूण कुशवाहा ने विधानसभा अध्यक्ष को भी इस आशय का पत्र लिखा है. मीडिया को दिये गये बयान में उन्होंने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी के साथ फर्जीवाड़ा किया है. उन्होंने पार्टी को खड़ा करने वाले कार्यकर्ताओं की पीठ में छूरा मारा है. उनके जेडीयू में शामिल हो जाने से राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का अस्तित्व समाप्त नहीं हो गया है. अरूण कुशवाहा ने दावा किया है कि रालोसपा के ज्यादातर कार्यकर्ता उनके साथ हैं और पार्टी का काम चलता रहेगा. 


उन्होंने कहा है कि वे इस मामले को कोर्ट में भी लेकर जायेंगे. फिलहाल चुनाव आयोग से न्याय की गुहार लगायी गयी है. अगर फिर भी विलय को मंजूरी दी गयी तो वे कोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे.