PATNA : पार्टी से साइड लाइन किए गए आरसीपी सिंह ने पटना पहुंचने पर कहा था कि वे पीएम मोदी की कृपा से केंद्र में मंत्री बने थे। इसके बाद से जेडीयू के सभी नेता आरसीपी सिंह पर हमलावर बने हुए हैं। जेडीयू में आरसीपी सिंह की भूमिका क्या होगी, इसपर पार्टी का कोई भी नेता स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं बोल रहा है। जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने साफ कर दिया है कि पार्टी आरसीपी सिंह के लिए कोई भूमिका नहीं तय करने जा रही है, आरसीपी को अब खुद अपनी भूमिका तय करनी होगी।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि पार्टी को जितना देना था वह आरसीपी सिंह को दे चुकी है। जेडीयू ने उन्हें दो-दो बार राज्यसभा भेजा, केंद्र में मंत्री भी रहे। पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर भी आरसीपी रहे, इससे अधिक और क्या दिया जा सकता है। आगे उनको क्या करना है, वो खुद तय करेंगे। पार्टी में जो सबसे बड़ा पद था उन्हें मिल चुका है। किसी पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष से बड़ा पद कोई नहीं होता है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी का हेड होता है क्रेडिट और डिस्क्रेडिट उसको ही जाता है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का परफॉरमेंस बेहतर नहीं रहा। पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की गई। जिनके कंधे पर पार्टी की जिम्मेवारी थी, उन्होंने अपना बेस्ट नहीं दिया। जिसका असर 2020 के विधानसभा चुनाव में देखने को मिला।