जेडीयू को फंडिंग कराने के निशिकांत दूबे के दावों को नकार नहीं पाये ललन सिंह, जानिये लोकसभा में क्या हुआ

जेडीयू को फंडिंग कराने के निशिकांत दूबे के दावों को नकार नहीं पाये ललन सिंह, जानिये लोकसभा में क्या हुआ

DELH I: झारखंड के गोड्डा से बीजेपी के सांसद निशिकांत दूबे ने मंगलवार को लोकसभा में बडा दावा कर दिया था. निशिकांत दूबे ने दावा किया था कि नीतीश कुमार की पार्टी को फंड दिलवाते थे. आज जब लोकसभा में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बोलने की बारी आयी तो लगा था कि वे निशिकांत दूबे को जवाब देंगे, लेकिन ललन सिंह उस दावे को झुठला नहीं पाये.

कंपनी का नाम पूछ कर रह गये ललन सिंह

लोकसभा में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान आज जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बोलने की बारी थी. उन्होंने निशिकांत दूबे की बातों को गलत करार देने के बजाय उनसे सवाल पूछा. ललन सिंह ने पूछा कि निशिकांत दूबे बतायें कि किस कंपनी से फंडिंग कराते थे. ललन सिंह ने लोकसभा में निशिकांत दुबे से पूछा- फंडिंग की बात करते हैं, बताइए किस कंपनी के बिहाफ पर फंडिंग कराते थे. निशिकांत दूबे ने जेडीयू और नीतीश कुमार को लेकर कई और बातें कहीं थी लेकिन ललन सिंह ने उनका भी जिक्र नहीं किया.

क्या कहा था निशिकांत दूबे ने


निशिकांत दूबे ने मंगलवार को लोकसभा में कहा था कि उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनाने में मदद की थी. 2005 के पहले चुनाव में जब नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनने लायक सीटें नहीं आयीं थी तो मैंने ही अपने घर पर रामविलास पासवान के साथ नीतीश कुमार की मीटिंग करायी थी. निशिकांत दूबे ने कहा था कि उस वक्त नीतीश कुमार और रामविलास पासवान के बीच दो बैठक हुई थी. एक बैठक एक पत्रकार के घर पर हुई थी और दूसरी बैठक मेरे घर पर हुई थी.


भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने कहा था कि जेडीयू को सबसे ज्यादा फंड जिन दो-चार लोगों ने दिलवाया होगा उसमें मैं शामिल हूं. निशिकांत दूबे ने ललन सिंह से कहा कि आप अपने मुख्यमंत्री से जाकर ये बात पूछ लीजियेगा. मैंने फंड करवाया था. मैं बहुत गंभीरता के साथ सदन में ये बात कर रहा हूं.