जेडीयू की 'रूटीन मीटिंग' में आज होंगे बड़े फैसले? नीतीश कुमार उठाएंगे अपने प्लान से पर्दा

जेडीयू की 'रूटीन मीटिंग' में आज होंगे बड़े फैसले? नीतीश कुमार उठाएंगे अपने प्लान से पर्दा

PATNA : बिहार में नए राजनीतिक समीकरण को लेकर कई चर्चा चल रही है। विरोधी दल भाजपा इसे सच बता रही है तो महागठबंधन इस महज एक अफवाह बता रही है। ऐसे में आम लोगों में काफी असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। लेकिन, अब आज नीतीश कुमार इस पूरे प्लान से पर्दा उठा सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले जदयू अपने फ्यूचर को लेकर बड़ा फैसला कर सकता है।


दरअसल, बिहार की राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा आम हो गई है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का पत्ता अध्यक्ष पद से कट सकता है। जहां भाजपा जैसी पार्टी इसको सच बताती है तो वही महागठबंधन में शामिल अन्य पार्टी के नेता इस बस एक अफवाह बता रहे हैं। ऐसे में इस पूरे प्रकरण को लेकर जनता में काफी भ्रम की स्तिथि उत्पन्न हो गई है।


वहीं, ललन सिंह के इस्तीफे और पार्टी के बड़े फेरबदल की अटकलों के बीच आज जेडीयू दो अहम बैठकें हैं। पहली बैठक राष्ट्रीय कार्यकारिणी की है, जो सुबह 11:30 बजे शुरू होगी। जबकि दूसरी बैठक राष्ट्रीय परिषद की है। जो दोपहर 3:30 बजे शुरू होगी। जदयू की आज की माीटिंग में कई बड़े फैसले हो सकते हैं। नीतीश और ललन सिंह के प्लान से भी पर्दा उठ जाएगा। खास तौर से ललन सिंह के इस्तीफे के लेकर चर्चा का दौर अब भी जारी है।


लेकिन, अब उम्मीद की जा रही है कि सच या अफवाह से उत्पन्न इस भ्रम का निवारण शुक्रवार को हो जाएगा। उस दिन नई दिल्ली में जदयू की राष्ट्रीय परिषद और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के अलावा जिला अध्यक्ष ,सांसद, विधायक और परिषद कार्यकारिणी के सदस्य जुट रहे हैं।


आपको बताते चलें कि, इस बैठक का एजेंडा पार्टी संगठन और लोकसभा चुनाव में पार्टी की भूमिका पर विचार करना है। लेकिन, इस बैठक की घोषणा के साथ ही कई चर्चाएं होने लगी है। जिसमें से दो बातें जो सबसे अधिक सुर्खियों में बना हुआ है। उसमें से पहला यह है कि ललन सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से विदा हो रहे हैं और दूसरा जदयू अपने फ्यूचर को लेकर बड़ा फैसला कर सकता है। लेकिन, मुख्यमंत्री के करीबी नेता और बिहार सरकार में वित्त मंत्री विजय चौधरी का दावा है कि ऐसा कुछ नहीं है। लेकिन वह उतने ही उत्साह से यह दावा नहीं कर पा रहे हैं जितने उत्साह से बाकी चीजों में वह अपनी बातों को रखते हैं।