PATNA : बिहार विधानसभा उपचुनाव के बाद सत्तारूढ़ एनडीए को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, इस गढ़बंधन के पूर्व एमएलसी ने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह जदयू के नेता है और इनका नाम रामेश्वर महतो है। इन्होंने कहा है कि मुझे ऐसा महसूस किया कि अब हमारे जैसे लोगों की पार्टी के अंदर कोई जगह नहीं है और पार्टी को हमारी जरूरत नहीं है।
जदयू के अंदर अब हम जैसे लोगों की कोई पूछ नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिन लोगों को पार्टी के अंदर आगे का कामकाज देखने की जिम्मेदारी होती है वह लोग इग्नोर करते हैं। जब हम फोन करते हैं तो फोन का जवाब नहीं दिया जाता है। कोई बात तक नहीं करता है तो ऐसे में पार्टी के अंदर रहने से क्या फायदा है?
इसके आगे उन्होंने कहा कि जिन लोगों के हाथ में आज पार्टी है वह कार्यकर्ता को कोई महत्व ही नहीं देते। हालांकि मैं आज भी कहता हूं कि नीतीश कुमार जैसा कोई नेता कभी कोई था और ना ही आगे कभी कोई होगा। लेकिन कुछ लोगों को गुमराह करके अपने फायदे के लिए पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के अगल-बगल में जो लोग बैठते हैं वह लोग मुख्यमंत्री जी को गुमराह करते रहते हैं। वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सही बात बताते ही नहीं है। इसलिए मैं आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री जी पर कुछ लोगों ने अपना हक़ जमा लिया है उनके पास चीज़ सही तौर पर जाती नहीं है और इससे हर किसी को नुकसान हो रहा है।
इधर, आगे की रणनीति को लेकर कहा कि अब हमें कहां जाना है या नहीं जाना है यह जनता तय करेगी हम जनता के बीच जाएंगे और जनता जो हमें कहे कि हम वही करेंगे। समाज के बीच जाएंगे और वहां अपना संपर्क सा देंगे उसके बाद जो भी निर्णय होगा वह निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल इतना ही कहना है कि हमने जदयू छोड़ दिया है और अब आगे जनता के बीच जाकर उनकी सेवा सीधे तौर करने का फैसला किया है।