PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब बंदी कानून को लेकर काफी सख्त रवैया रखते हैं। प्रशासन के आला अधिकारियों से लेकर सत्ता के गलियारों में बैठे हैं पार्टी के नेताओं को भी कसम खिलाते हैं कि शराब नहीं पिएंगे और शराब पीना महापाप है। ऐसे में अब उन्हीं के पार्टी के नेता ने यह महापाप कर डाला है।
दरअसल, बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी और शराब को लेकर काफी सख्त रवैए रखने वाली पार्टी के एक नेता शराब के नशे में अरेस्ट किए गए हैं। इनका नाम संजय चौहान बताया जा रहा है जो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पार्टी जेडीयू में प्रदेश महासचिव पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि, यूपी से शराब पीकर बिहार आ रहे जदयू के प्रदेश महासचिव सब पूर्व अध्यक्ष संजय चौहान को मीरगंज पुलिस ने शराब के नशे में गिरफ्तार किया। इनको एएलटीएफ की टीम ने अरेस्ट किया है। इस दौरान जेडीयू नेता ने खुद की सरकार होने का धौंस भी जमकर दिखाया और कहा कि- हमारी सरकार है तुमने हाथ कैसे लगा दिया, अधिक करोगे तो तुरंत सस्पेंड करवा देंगे। इस दौरान इसने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का -मुक्की भी कर डाली। इसके बादएएलटीएफ टीम के सहायक दरोगा अर्जुन प्रसाद और होमगार्ड जवान अनिल कुमार और संतोष कुमार ने नेता एकडेगा गांव के पास से शराब के नशे में गिरफ्तार कर मीरगंज थाना लाया।
वहीं, इस घटना को लेकर एसआई अर्जुन प्रसाद ने बताया जब जेडीयू नेता पकड़ा गया तो पुलिस टीम का धमकाते हुए कहा कि- जानते नहीं हो मैं कौन हूं। पुलिस ने कहा कि आप कौन है उसे पुलिस को क्या लेना देना है। बिहार में आपकी सरकार ने ही शराब बंदी की है। फिर आप शराब पीकर नशे में है। उसके बाद वो होमगार्ड के जवानों के धक्का मुक्की करने लगे।
इधर, मीरगंज थाना में जदयू नेता की गिरफ्तारी होने की सूचना मिलने पर मीडिया को देख प्रदेश महासचिव ने न्यायालय जाने के क्रम में अपना मुंह पहचान छिपाने के मुंह ढ़क लिया। जिसमें स्थानीय चौकीदार भी उसे मीडिया से बचाने में सहयोग करते दिखे। जबकि इस घटना को लेकर भाजपा नेता ने कहा की बिहार में मुख्यमंत्री का शराब बंदी का पलीता उनके नेता ही लगा रहे है। मुख्यमंत्री जी बिहार में क्या हो रहा है। बिहार में प्रतिदिन शराब की खेप आ रही है। होम डिलीवरी हो रही है। शराब की आड़ में सफेदपोश लोग मालामाल हो रहे है।