PATNA: एनडीए विधायक दल की बैठक में भी शराबबंदी का मामला छाया रहा। इस दौरान सभी विधायकों ने शराब नहीं पीने का संकल्प लिया और अन्य लोगों को भी इससे दूरी बनाए रखने के लिए उन्हें जागरुक करने की बात कही। विधायकों ने संकल्प लिया कि शराब अच्छी चीज नहीं यह लोगों को भी बताएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में एनडीए की बैठक हुई। जिसमें शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री ने विस्तृत चर्चा की। जेडीयू विधायक संजीव सिंह ने बताया शराबबंदी को रोकने के लिए सरकार ने क्या-क्या प्रयास किए बैठक में इस बात को बताया गया।
जेडीयू विधायक संजीव सिंह ने बताया कि बिहार में शराबबंदी अच्छी पहल है। उन्होंने खुद इस मामले को सदन में उठाया है। जेडीयू विधायक संजीव सिंह ने कहा कि जब से शराबबंदी हुई तब से शराब को छोड़ युवा स्मैक, ब्राउन सुगर, गांजा, अफीम का सेवन करने लगे हैं। शराब के साथ-साथ इन नशीली चीजों पर भी पाबंदी लगनी बहुत जरूरी है। नहीं तो युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
इसे लेकर भी उन्होंने ध्यान आकृष्ट कराया जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि इस पर संज्ञान लिया जाएगा। संजीव सिंह ने कहा कि शराबबंदी के साथ-साथ इन नशीली वस्तुओं पर भी रोक लगनी चाहिए। यह बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। शराबबंदी के बाद लोगों का झुकाव इस तरह के नशे की ओर हुआ है। जो लोगों को आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
इसके नशे में लोग आपराधिक वारदातों को अंजाम देते है लेकिन पुलिस नशे की बात को छिपा लेती है। नशे के बाद गलत सही का फर्क लोगों में खत्म हो जाता है। इसलिए जिस तरह शराबंदी कानून को कड़ाई से लागू करने के लिए होटलों में छापेमारी की जा रही है उसी तरह पान की गुमटी के साथ-साथ जहां भी यह नशीला मिल रहा है वहां भी छापेमारी की जानी चाहिए।