PATNA: नीतीश सरकार ने बिहार में जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया है. इसको लेकर एक तरफ सरकार की स्तर पर तैयारी चल रही है. तो वहीं, दूसरी ओर जेडीयू क्रेडिट लेने में जूट गई है. शनिवार को जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में राज्य के अंदर धन्यवाद यात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा जातीय जनगणना कराने के लिए सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देने के लिए निकाली जा रही है.
इस यात्रा के संदर्भ में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में जातीय जनगणना कराने का ऐतिहासिक फैसला हुआ है. उनके फैसले को पूरा देश देख रहा है. नीतीश कुमार ही हैं जिनके चलते इतना बड़ा ऐतिहासिक फैसला लिया गया. ऐसे में स्वभाविक है कि उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित करना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी जिला मुख्यालय पर पार्टी के कार्यकर्ता और सामाजिक संस्था के सदस्य धन्यवाद यात्रा निकालकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जातीय जनगणना कराने के फैसले पर धन्यवाद दे रहे हैं.
बता दें कि, 1 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई थी. जिसमें जातीय जनगणना कराने पर सहमति बनी थी. इसके अगले दिन यानी 2 जून को बिहार कैबिनेट की बैठक हुई. इस बैठक में बिहार में जातीय जनगणना की स्वीकृति दे दी गई. फरवरी 2023 तक जाति आधारित गणना पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस पर 500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जातीय जनगणना कराने के लिए दिशा निर्देश भी जारी किया गया है. सभी जिले के डीएम को पत्र लिखा गया है. जाति आधारित गणना के तहत आंकड़ों का संग्रह डिजिटल मोड/ मोबाइल ऐप से किया जाना है.