Mauni Amavasya: महाकुंभ 2025, मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ की आस्था की डुबकी पटना हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, जूनियर इंजीनियर के पद के योग्य नहीं B-TECH डिग्रीधारी पटना मेयर के बेटे के लूट का खेल उजागर: त्रस्त नगर आयुक्त ने सरकार से लगाई गुहार, BJP नेता हैं मेयर पुत्र उत्तर प्रदेश से बिहार पहुंच रही शराब की खेप: बिहटा में 25 लाख की शराब बरामद, पटनासिटी में एम्बुलेंस से वाइन जब्त मौनी अमावस्या को लेकर हाजीपुर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़, RPF ने संभाली सुरक्षा व्यवस्था Big action of STF: उत्तराखंड और बिहार STF की बड़ी कार्रवाई, अंतरराज्यीय सोना लुटेरा राहुल को हरियाणा से दबोचा Arrah Crime News: आरा में मोबाइल दुकानदार की गोली मारकर हत्या, मुखिया और उनके दो बेटों पर मर्डर का आरोप 7 साल बेमिसाल: Real Estate कंपनी हर्षदेव टेक ने मनाई अपनी सातवीं वर्षगांठ, CMD नागभूषण तिवारी रहे मौजूद बख्शीश मांगने पर पिटाई से गुस्साएं किन्नरों ने थाने का किया घेराव, पुलिस कर्मियों को खदेड़ा, CCTV फुटेज आया सामने Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह ने रच दिया इतिहास, ICC का यह बड़ा सम्मान पाने वाले बने पहले भारतीय तेज गेंदबाज
15-Aug-2024 10:36 PM
PATNA: जश्न-ए-आजादी की शाम को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास से विशेष रथ पर सवार होकर इनकम टैक्स गोलंबर स्थित फल मंडी में पहुंचे। बताया जाता है कि इस फल मंडी को लालू ने यहां लगवाया था। बीच में इसे यहां से हटाने की कोशिश की गयी थी तब इनके छोटे लाल तेजस्वी यादव इनके साथ खड़े हो गये थे। तब तेजस्वी यादव ने ही इन्हें यहां से हटाने से रोका था।
लालू यादव की विशेष रथ जब फल मंडी के पास रूकी और पूर्व विधायक अबू दोजाना राजद सुप्रीमो के लिए फल खरीदने के लिए रथ से नीचे उतरे तभी फल दुकानदार को पता चल गया कि उनके मसीहा लालू प्रसाद यादव आए हुए हैं। फिर क्या था फल दुकानदार उनकी एक झलक पाने के लिए बेचैन हो गये। फिर कुछ देर रुकने के बाद लालू का रथ दस सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास के लिए रवाना हुआ।
इसी दौरान किसी ने मीडिया को खबर कर दी कि लालू जी आए हैं। जिसके बाद मीडिया कर्मी इनकम टैक्स के पास स्थित फल मंडी पहुंचे और लालू से सवाल करने लगे। तब लालू ने कहा कि हम आ गये हैं तो इन लोगों का फल बिकने लगा है। सब्जी वाला तो आवास पर आ ही जाता है देखकर सब्जी ले लेते हैं। फल खरीदने के लिए हम यहां आजादी के शाम में बाजार निकले हैं। दुकानदार लोग आशा रखते हैं कि कुछ बिक्री हो बिक्री करा दिया और फल ले लिया। लालू आगे कहते हैं कि सब इन लोगों को उजाड़ रहा था लेकिन हमने उजड़ने नहीं दिया यही दुकान खुलवाया।