PATNA : बिहार चुनाव में सत्ता की कुर्सी से दूर रह चुके आरजेडी को अब जनता की अदालत के बाद अदालत पर भरोसा है. राष्ट्रीय जनता दल ने अपने उन उम्मीदवारों को कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को कहा है जिनकी हार बेहद कम अंतर से हुई है. तेजस्वी यादव पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी कम अंतर से हार वाली सीटों के मामले को लेकर अंतिम दम तक लड़ाई लड़ेगी. आरजेडी ने ऐसी 15 सीटों की पहचान की है जिनके परिणाम को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जा सकता है.
राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से 3000 से कम वोटों से हार वाली ऐसी सीटों की पहचान की गई है. हालांकि तेजस्वी यादव ने पार्टी की बजाय कैंडिडेट को कोर्ट का दरवाजा व्यक्तिगत तौर पर खटखटाने का निर्देश दिया है. आरजेडी सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक जल्द ही कम अंतर से हारने वाले आरजेडी के उम्मीदवार कोर्ट में अपनी तरफ से गुहार लगाएंगे. तेजस्वी यादव पहले ही यह आरोप लगा चुके हैं कि जिन सीटों पर क्लोज फाइट के दौरान महागठबंधन के उम्मीदवारों की हार हुई, वहां चुनाव आयोग की गाइलाइन का पालन नहीं किया गया. हालांकि तेजस्वी यादव के आरोपों पर चुनाव आयोग खुद अपनी तरफ से सफाई भी दे चुका है. आयोग का कहना है कि कोई भी कैंडिडेट अगर काउंटिंग प्रोसेस के फुटेज की मांग करता है तो आयोग इसे उपलब्ध कराने को तैयार है.
महागठबंधन को 6 सीटों पर क्लोज फाइट में हार का मुंह देखना पड़ा. उनमें हिलसा, बरबीघा, भोरे, चकाई, बछवाड़ा और परबत्ता विधानसभा की सीटें शामिल हैं. आरजेडी के साथ-साथ कांग्रेस और वाम दलों के प्रत्याशियों ने कुल 15 से 17 सीटों पर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी की है. तेजस्वी लगातार यह कह रहे हैं कि उनकी पार्टी और महागठबंधन को साजिश के तहत हराया गया है.