PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आज सोमवार को कई फरियादी अपनी समस्या लेकर पहुंचे। सीएम नीतीश ने उनकी समस्याएं सुनी और वहां मौजूद अधिकारियों को लोगों की समस्या का निदान निकालने का निर्देश दिया। इसी दौरान किशनगंज से जनता दरबार पहुंची संजिदा देवी ने अंचलाधिकारी और अमीन पर अनियमितता का आरोप लगाया।
पीड़िता का कहना था कि जमीन की नामी के लिए अमीन 50 हजार रूपये की मांग करता है। कहता है कि पैसा देंगे तब ही नापी करेंगे। अभी तक नापी नहीं दिया गया है जिसके कारण जमीन में विवाद खड़ा हो गया है। इनकी शिकायत सुनने के बाद सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार के अधिकारी को फोन लगाया और किशनगंज की महिला संजिदा देवी की बात सुनने को कहा। सीएम ने कहा कि यह बहुत गड़बड़ बात है तुरंत दिखाइये।
जनता दरबार में सबसे पहले भागलपुर के पीरपैंती के रहने वाले अभिषेक रंजन पहुंचे जिन्होंने बताया कि पीरपैंती में 2021 में जमीन लिये थे।वहां का लोकल आदमी बोल रहा है कि यह जमीन तुम्हारी नहीं है। जबकि मोटेशन भी कराये हैं और रसीद भी कटवा चुके हैं। जब बाउंड्री करने गये तो बोला जा रहा है कि उक्त जमीन आपका नहीं है। अभिषेक रंजन का कहना था कि बड़ी मुश्किल से पाई पाई जोड़कर जमीन खरीदे थे लेकिन जमीन पर कब्जा नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनी फिर मौके पर मौजूद भूमि राजस्व विभाग के अधिकारी को जांच के आदेश दिये।
वही सुपौल से आए संजय कुमार भी जमीन के मामले को लेकर जनता दरबार पहुंचे थे। संजय का कहना है कि फर्जी कागजात के आधार पर उनकी जमीन को बेच दिया गया है। जिसके बाद एक महिला भी जमीन विवाद की शिकायत लेकर पहुंची। उसने बताया कि जबरन घर में तोड़फोड़ की गयी है। अब उन्हें जाने से मारने की धमकी दी जा रही है। महिला की शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को फोन लगाने को कहा। लेकिन तभी वे सीएम के पास आ गये। उन्हें देख सीएम ने कहा कि वहां काहे नहीं बैठते हैं जाकर बैठिये..
वही किशनगंज से साइबर क्राइम का मामला भी सामने आया। जो 22/10/2022 का था। पीड़ित बसंत सिंह ने बताया कि किशनंगज पंजाब नेशनल बैक के एटीएम से पैसा निकालने के दौरान तीन लोग जो पहले से एटीएम में खड़े थे। उन्होंने एटीएम को बदल लिया और अपना एटीएम थमा दिया। जिसके बाद एक जगह 20 हजार और दूसरे जगह से 22 हजार रुपये यानि कुल 42 हजार रूपये की निकासी कर ली। जब पैसे निकाले जाने का मैसेज आया तो बैंक और सदर थाने को इसकी सूचना दी।
पीड़ित ने बताया कि थाने में उनके अप्लिकेशन को कूड़ेदान में फेंक दिया गया। कार्रवाई नहीं होता देख उन्होंने वरीय अधिकारियों को इस बात की सूचना दी। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है और ना ही इस मामले में कोई कार्रवाई ही की गयी है। किशनगंज से आई सदमा आजमी ने भी पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने की बात कही।
जबकि पूर्णिया से मो. जुबेर आलम का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज हुआ लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं की गयी है। वही भागलपुर के सारण कुमार का कहना था कि जमाबंदी से नाम हटाकर दूसरे का नाम चढ़ा दिया गया है। इनकी समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग के अधिकारी को फोन कर मामले में कार्रवाई करने की बात कही।
बता दें कि आज गृह विभाग, कारा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध विभाग, खान एवं भूतत्व विभाग, निगरानी विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतों को मुख्यमंत्री सुन रहे हैं। इस दौरान संबंधित विभागों के मंत्री और मुख्य सचिव, डीजीपी सहित तमाम आलाधिकारी जनता दरबार में मौजूद हैं।