PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता की दरबार में मौजूद हैं। इस दौरान वह राज्य के अलग - अलग जिलों से आए फरियादी की शिकायतों को सुन रहे हैं और उसके निपटारे को लेकर सम्बंधित विभाग के पधादिकारियों को निर्देश भी दे रहे हैं। इस दौरान सबसे बड़ी बात यह देखने को मिल रही है कि, सीएम इस नए साल के पहले जनता दरबार में काफी एक्शन के मूड में दिख रहे हैं। इस दौरान वह प्रसाशनिक महकमे की शिकायत आने पर उनसे सम्बंधित पदाधिकारियों के कार्यशैली का भी जवाब मांग रहे हैं। इसी कड़ी में एक अधिकारी का जनता दरबार में लेट - लतीफी से आना सीएम को रास नहीं आया और सीएम ने हाथ जोड़कर उस अधिकारी का स्वागत किया।
दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा आज सचिवालय संवाद के ठीक बगल में बनाए गए हॉल में जनता दरबार लगाया जा रहा है। इसमें आज के जनता दरबार से संबंधित सभी विभागों के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद हैं। इस दौरान आज के इस जनता दरबार के शुरआती दौर में एक अधिकारी लेट से आए। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर कहा,''आ गए.... बड़ी स्वागत है आपका,अधिकारी ने जवाब दिया- सर आ गए थे तो मुख्यमंत्री बोले- कहां आ गए थे...आप तो गायब थे, लेट काहे थे, लेट हैं. आप सब लेटे हैं।
बता दें कि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्य निषेध विभाग, निगरानी विभाग, खान एवम भूतत्व विभाग और सामान प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतों को सुन रहे हैं। इसी बीच भूमि विवाद से जुड़े एक मामले में सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव को खोजा। जिसके बाद वो जनता दरबार में कहीं भी उस समय नजर नहीं आए। इसके बाद सीएम ने यह सवाल किया कि, वो नहीं आये हैं क्या... अगर आए हैं तो कहां हैं? इसके बाद बाकी के अधिकारियों द्वारा आनन- फानन में अपर मुख्य सचिव के बारे में पता किया गया। इसके उपरांत यह जानकारी मिली की वो छुट्टी पर हैं। उनके जगह पर उस विभाग के सचिव जय सिंह मौजूद थे। मुख्यमंत्री को बताया गया कि अपर मुख्य सचिव नहीं हैं लेकिन उनकी जगह पर विभाग के सचिव जय सिंह मौजूद हैं। जिसके बाद वो मुख्यमंत्री के सामने आए और इस मामले का निपटारा हुआ।
गौरतलब हो कि, महीने के हर पहले और दूसरे सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार लगाते हैं इस दौरान हुआ राज्य के तमाम जिलों से आए हुए लोगों की शिकायतों को सुनते हैं और इसके निपटारे को लेकर अधिकारियों को दिशा निर्देश भी देते हैं।इससे पहले सीएम का जनता दरबार 12 दिसंबर को लगा था जिसमें सीएम ने कुल 54 लोगों की शिकायतों को सुना और उसके तत्काल निवारण के लिए संबंधित मंत्रालय को आवश्यक निर्देश दिए।