DESK: काबुल पर तालिबान का कब्जा होते ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी 15 अगस्त को देश छोड़कर भाग निकले थे. उसी वक्त ये खबर आयी थी कि राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने साथ अकूत पैसा लेकर भागे हैं. अब वह रकम सामने आने लगी है जिसे अपने साथ लेकर गनी भाग खड़े हुए थे. इसके साथ ही खबर ये भी आयी है कि अशरफ गनी संयुक्त अरब अमीरात पहुंच गये हैं जहां उन्हें मानवीय आधार पर शरण दी गयी है.
कितनी बड़ी रकम लेकर भागे गनी
15 अगस्त को जब गनी अफगानिस्तान छोड़ कर भागे थे तो प्रत्यक्षदर्शियों ने उनके भागने का नजारा बताया था. विदेशी समाचार माध्यमों ने खबर दी था कि राष्ट्रपति गनी कैश से भरे हैलीकॉप्टर से भागे थे. वे अपने साथ इतना डॉलर ले जा रहे थे कि पूरा पैसा हैलीकॉप्टर में रखा नहीं जा सका. रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक गनी डॉलर से भरी हुई चार कार के साथ हैलीपैड पर पहुंचे थे. उन्होंने सारा पैसा कार से निकाल कर हेलीकॉप्टर में भरने की कोशिश की थी. लेकिन उनके पास नगदी इतनी ज्यादा था कि सब हेलीकॉप्टर में नहीं समा पाया और उन्हें काफी सारे डॉलर रनवे पर ही छोड़नी पड गयी थी. रूसी समाचार एजेंसी के मुताबिक राष्ट्रपति के कर्मचारियों ने सारी कहानी बतायी थी.
साढ़े 12 सौ करोड़ रूपये लेकर भागे गनी
दरअसल अफगानिस्तान से भागने के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी तजाकिस्तान गये थे. वहां से वे संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे हैं. तजाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत ने आज ये राज खोला है कि गनी के पास कितना पैसा था. राजदूत जहीर अघबर ने मीडिया को बताया कि अब्दुल गनी 169 मीलियन डॉलर साथ लेकर अफगानिस्तान से भाग खड़े हुए हैं. डॉलर को रूपये में बदले तो ये 1255 करोड़ रूपये से ज्यादा होता है. तजाकिस्तान में अफगानी राजदूत ने अशरफ गनी को देश के साथ गद्दारी करने वाला करार दिया.
संयुक्त अरब अमीरात में ली शरण
अफगानिस्तान छोड़ कर भागे राष्ट्रपति गनी के बारे में खबर आयी थी कि वे तजाकिस्तान पहुंचे हैं. लेकिन तजाकिस्तान सरकार ने उनके वहां होने की बात से इंकार किया था. आज संयुक्त अरब अमीरात की सरकार ने आधिकारिक तौर पर ये घोषणा की है कि अशरफ गनी वहां है. उन्हें मानवीय आधार पर शरण दी गयी है. जानकार बता रहे हैं कि अशरफ गनी अमीरात की राजधानी अबु धाबी में मौजूद हैं.