1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 19 Jan 2023 11:57:25 AM IST
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PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाधान यात्रा के तहत विभिन्न जिलों में जाकर विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे है। हालांकि विपक्षी दल बीजेपी मुख्यमंत्री की इस समाधान यात्रा को व्यवधान यात्रा की संज्ञा दे रही है। बीजेपी का आरोप है कि नीतीश जनता की गाढ़ी कमाई के पैसों को पानी कर तरह बहा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मांग की है कि सरकार सीएम की यात्रा को लेकर श्वेत पत्र जारी करे ताकि जनता को यह पता चल सके कि आखिर मुख्यमंत्री की यात्रा पर कितने पैसे खर्च किए जा रहे हैं और उसका क्या लाभ हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता के पैसौं से पिकनिक मनाना बंद कर, जनता की जो समस्या हैं उसे दूर करने की कोशिश करें।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली पर मुख्यमंत्री समाधान यात्रा के तहत आरा पहुंचे हैं। आरा में पिछले साल दिसबंर कर एक दर्जन हत्याएं हुईं। प्रशासन से साठगांठ कर बालू माफिया में बालू वाले इलाकों पर कब्जा कर लिया है और पूरे भोजपुर में आतंक फैला रहे हैं। बालू माफियों बेखौफ होकर अवैध बालू खनन कर रहे हैं बावजूद सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है। वहीं ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा घटिया सड़क बनाकर सरकारी पैसे को लूटा जा रहा है। आरा-छपरा पुल दिन रात जाम से जूझता रहता है। पूरे बिहार की तरह भोजपुर में भी किसानों के धान की खरीददारी नहीं हो रही है। अरवा और उसना चावल के चक्कर में सरकार किसानों के साथ जुल्म कर रही है। वहीं भोजपुर के किसान भी खाद की समस्या से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हर साल मुख्यमंत्री की यात्रा पर करोड़ों रुपए खर्ज किए जा रहे हैं। इस साल भी मुख्यमंत्री समाधान यात्रा कर रहे हैं। एक जिले की यात्रा पर हर दिन डेढ से दो करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं लेकिन यात्रा की उपलब्धि शून्य दिख रही है। उन्होंने कहा कि इस बात को सरकार के सहयोगी दल आरजेडी के अध्यक्ष भी कह रहे हैं कि अगर एक यात्रा की उपलब्धि होती तो दोबारा यात्रा नहीं करनी पड़ती। सीएम को ऐसी यात्राओं पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए ताकि जनता को खर्च और उपलब्धि की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जनता की गाढ़ी कमाई से पिकनिक मनाना बंद करें।