JAMSHEDPUR : जमशेदपुर में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प थमने का नाम नहीं ले रही है। इसके बाद अब सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है। विधि व्यवस्था के मद्देनजर उपायुक्त ने यह फैसला किया है। उपायुक्त कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले के पदाधिकारियों व पर्यवेक्षकीय पदाधिकारियों के अवकाश रद्द किये जाते हैं। आदेश में यह भी कहा गया है कि कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इसके साथ सभी प्रखंड और अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट रहने को कहा गया है।
दरअसल , जमशेदपुर के कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो के समीप शनिवार की शाम असामाजिक तत्वों द्वारा बजरंगबली के झंडे के बांस में मांस से भरा पॉलिथीन बांध दिया गया था। जिसके बाद एक पक्ष के लोग एकजुट हो गए और इसका विरोध किया। दो घंटे तक हंगामा के बाद मामला शांत हुआ था, लेकिन रविवार को वापस से जटाधारी हनुमान मंदिर में एक गुट की बैठक रखी गयी थी। इसी दौरान किसी ने उनपर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिसके बाद भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी। जबाव में बैठक कर रहे लोगों ने भी पत्थरबाजी शुरू कर दी और देखते ही देखते विवाद ने हिंसा का रूप ले लिया।
वहीं, कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो के समीप पत्थरबाजी करने वाले कई घरों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। शुरुआती जांच में पाया गया कि कई जगहों पर पत्थर के साथ-साथ तलवार समेत अन्य हथियार रखे गये थे। दंडाधिकारी सह जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी (जेएनएसी) के सिटी मैनेजर रवि भारती ने एक तलवार जब्त की है।
बताया जा रहा है कि, इस घटना को लेकर जिला प्रशासन ने इलाके में तत्काल दंडाधिकारी, पुलिस बल. क्यूआऱटी, आरएएफ, एंटी राएट रिर्सोस तैनात किया है। इसके साथ ही किसी भी प्रकार की आसामजिक हरकत करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की भी बात कही जा रही है। जिला प्रसाशन के तरफ से यह भी कहा गया है कि, लोग किसी भी प्रकार के अफवाह पर विश्वास न करें। साथ ही सोशल मीडिया में वैसे कोई मैसेज प्रसारित न करने को भी कहा गया है जिससे किसी भी अप्रिय या असामजिक घटना हो। जिले वासियों से शहर में शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए एवं सांप्रदायिक सौहार्द्र बनाने के लिए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
आपको बताते चलें कि, इस घटना के बाद डीसी विजया जाधव भी घटनास्थल पर पहुंचीं थीं। फिलहाल क्षेत्र में तनाव का माहौल है। स्थिति पर काबू पाने के लिए रविवार शाम को ही इलाके में धारा 144 लागू कर दिया गया था। जिसके बाद इंटरनेट सेवा भी ठप कर दी गई ताकि कोई अफवाह ना फैले। पुलिस ने 60 से अधिक युवाओं को हिरासत में लिया और वज्र वाहन से उन्हें थाना भेज दिया गया।