PATNA : बिहार के लोगों को अब जमीन के नक्शे के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। अब वे घर बैठे-बैठे जमीन का नक्शा प्राप्त कर सकते हैं। ख़ास बात तो ये है कि देशभर में बिहार ऐसा पहला राज्य बना है, जहां गांव और कस्बों का नक्शा ऑनलाइन मंगाने की व्यवस्था लागू की गई है। ज़मीन विवाद सुलझाने में सही नक्शे की अहमियत को देखते हुए डिजिटल नक्शा उपलब्ध कराने के लिए डोर स्टेप डिलीवरी की जाएगी। मंगलवार को शास्त्रीनगर स्थित राजस्व (सर्वे) प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित कार्यक्रम से इसे शुरू किया गया।
आपको बता दें, अब लोग बिहार सर्वेक्षण कार्यालय, गुलजारबाग में उपलब्ध कुल 1,35,865 नक्शों को घर बैठे-बैठे ऑनलाइन अप्लाई कर मंगवा सकते हैं। राजस्व-भूमि सुधार विभाग के मंत्री आलोक कुमार मेहता ने बताया कि भू-अभिलेख और परिमाप निदेशालय, बिहार, पटना द्वारा राजस्व नक्शों की डोर स्टेप डिलीवरी का शुरू होना एक अच्छी पहल है। इससे लोगों को कई मदद मिलेबगे। भूमि विवाद सुलझाने में भी लोगों को आसानी होगी। माना जा रहा है कि इस पहल से भ्रष्टाचारियों पर भी नकेल कसा जा सकेगा।
इसके भुगतान के लिए सभी प्रमुख बैंक को लिंक किया गया है। भुगतान सभी प्रमुख बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्ड से हो पायेगा। ख़ास बात ये भी है कि इस सुविधा के लिए बैंक को अलग से चार्ज नहीं देना होगा। सिक्योरिटी ऑडिट भी हो चुकी है। नक्शा मंगाने के लिए निदेशालय की साइट dlrs.bihar.gov.in पर जाकर डोर स्टेप डिलीवरी आइकन पर क्लिक करना होगा। फिर अपने मौजे के नक्शा का आर्डर और पेमेंट ऑनलाइन करना होगा। एक शीट का नक्शा 285 रुपये में मिलेगा। इसमें कंटेनर का शुल्क और डाक व्यय शामिल है। एक बार में एक कंटेनर में 5 शीट का ऑर्डर कर सकते हैं। नक्शा कूट के गोल और मजबूत डिब्बे में पैक होगा, जिसे बाद में डाक विभाग स्पीड पोस्ट से आपके घर भेजेगा।