DESK: बेल के मामले में कई बार जरूरत से ज्यादा सख्त रुख अपनाने को लेकर कई बार सुप्रीम कोर्ट निचली अदालतों पर नाराजगी जाहिर कर चुका है. फिर से ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है. जहां सुप्रीम कोर्ट ने आरोपियों को बेल नहीं देने पर एक सेशन जज को सजा दी है.
बता दें इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट को निर्देश दिया कि सेशन कोर्ट के जज से सभी न्यायिक जिम्मेदारियां छीन ली जाएं और सजा के तौर पर उन्हें अपने न्यायिक स्किल्स के सुधारने के लिए न्यायिक अकादमी में भेजा जाए. यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐसे जज के खिलाफ की है जो कि सामान्य से मामले में जमानत नहीं दे रहे थे.
सुप्रीम कोर्ट ऐसे जमानत देने के मामलों में नरमी बरतता रहा है. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने खुद ही कई लोगों को जमानत दी है लेकिन सेशन जज के जमानत नहीं देने पर सुप्रीम कोर्ट ने जज की क्लास लगा दी. बता दें मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट से कहा है कि एक सेशन जज से न्यायिक जिम्मेदारियों वापस से ली जाएं और उन्हें अपनी स्किल में सुधार करने के लिए न्यायिक अकादमी भेज दिया जाए.
आपको बता दें सुप्रीम कोर्ट ने यह कार्रवाई इसलिए की है क्योंकि जज एक सामान्य मामलों में आरोपियों को जमानत नहीं दे रहे थे. इस तरह के कई मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने भी उदार रुख अपनाया था और आरोपियों को आसानी से जमानत दे दी थी. जहां शीर्ष न्यायालय ने 21 मार्च को चेतावनीदी थी कि अगर कोई कई बार ऐसे फैसले सुनाता है तो उससे उसकी न्यायिक काम की जिम्मेदारी ले ली जाएगी और इसके बाद उसे न्यायिक अकादम भेज दिया जाएगा.