PATNA: चुनावी साल में नेताओं को अपने पुराने सहयोगियों की याद आ ही जाती है। सीएम नीतीश कुमार को भी अपने एक पुराने करीबी सहयोगी की याद आ रही है। महाराणा प्रताप की पुण्यतिथि पर पटना में आयोजित राजपूतों के महाजुटान के बीच नीतीश को बिहार के इस दिग्गज राजपूत नेता की याद आयी है। लोगों के याद दिलाने पर ही सही नीतीश ने उन्हें अपना साथी बता कर गर संभव मदद की बात कही।
यहां बात कभी बिहार की राजनीति में कभी ऊंची रसूख रखने वाले नेता आनंद मोहन की हो रही है। सीएम नीतीश कुमार ने जेल में बंद आनंद मोहन को याद करते हुए कहा कि वे हमारे पुराने साथी है। मुझे उनकी चिंता नहीं है यह मत समझिएगा। नीतीश ने कहा कि मुझे आनन्द मोहन से लगाव है। उनके लिए जितना कुछ हो सकेगा हम करेंगे। वहीं उन्होनें कहा कि कुछ चीजों में हम लोगों का बहुत नहीं चलता। दरअसल कार्यक्रम के दौरान कुछ नेताओं ने नीतीश कुमार के सामने आनंद मोहन का नाम लिया और उनके पक्ष में नारे लगाए तो नीतीश ने आनंद मोहन के प्रति अपनी भावनाओं का जिक्र किया। 'आनंद मोहन को रिहा करो' नारा लगाने वाले से सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इसके लिए अलग से कार्यक्रम रखिये। आज महाराणा प्रताप पर ही बात हो तो अच्छा रहेगा।
आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर फ्रेंडस ऑफ आनंद संस्था के बैनर तले लगातार आंदोलन चला रही हैं। पिछले पांच जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर उन्होनें धरना भी दिया था। कुछ दिन पहले ही जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नाराय़ण सिंह के आवास में दही-चूड़ा भोज में शामिल हुई थी। वहीं लवली आनंद ने नीतीश कुमार से मुलाकात की थी।बता दें कि गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में आनंद मोहन आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।