DESK : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने ने 33 सैनिक स्कूलों के साथ 18 नये मान्यता प्राप्त सैनिक स्कूलों में एडमिशन के लिए 2023 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जामिनेशन ने यह नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन जारी होने के साथ ही फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। इस बार सैनिक स्कूल एंट्रेंस की तैयारी करने वाले छात्र 30 नवंबर तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते है।
बता दें कि, इसबार सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जामिनेशन का फॉर्म भरने के लिए सामान्य स्टूडेंट्स को 650 रुपये आवेदन शुल्क देने होंगे। वहीं, इस फॉर्म के लिए एसटी-एससी स्टूडेंट्स को 500 रुपये आवेदन शुल्क देने होंगे। इसके साथ ही सैनिक स्कूल में छठी कक्षा में नमांकन लेने के लिए आवेदक की आयु 10 से 12 वर्ष होनी चाहिए। इसके साथ ही नौवीं कक्षा के लिए आवेदन करने वाले छात्र की आयु 13 से 15 वर्ष के बिच होनी चाहिए। आवेदन फॉर्म में दो से छह दिसंबर तक सुधार किया जा सकता है।
इसके आलावा इसबार सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा आठ जनवरी 2023 को आयोजित किया जायेगा। छठी कक्षा के लिए परीक्षा दो बजे से 4:30 बजे तक व नौवीं कक्षा के लिए परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित होगी। इसको लेकर छात्रों को सेंटर पर 1:30 बजे के बाद प्रवेश नहीं दिया जायेगा। 1:45 बजे स्टूडेंट्स को बुकलेट बांट दिया जायेगा। इसके बाद स्टूडेंट्स बुकलेट को भरेंगे। जिसके बाद दो बजे एग्जाम शुरू कर दिया जायेगा।
गौरतलब हो कि, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के तरफ से आयोजित इस परीक्षा के लिए बिहार के 15 जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जिनमें बेगूसराय, भागलपुर, छपरा, दरभंगा, गया, गोपालगंज, हाजीपुर, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, सासाराम, सिवान, समस्तीपुर को शामिल किया गया है। इस परीक्षा के तहत देश के 33 सैनिक स्कूलों के अलावा 18 मान्यता प्राप्त सैनिक स्कूलों में भी एडमिशन होगा। इसमें इस बार बिहार के दो और स्कूल को शामिल किया गया है। जिसमें से पहला सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर समस्तीपुर है व दूसरा केशव सरस्वती विद्या मंदिर पटना है। राज्य के इन दोनों स्कूलों में सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा एडमिशन व अन्य सुविधाएं बहाल की जायेगी। इनमें 2023-24 से छठी कक्षा में पढ़ाई होगी। इसमें अभी केवल छठी कक्षा में प्रवेश होगा। हालांकि, इससे पहले राज्य में दो सैनिक स्कूल राजगीर व गोपालगंज संचालित हो रहें हैं, जिसे मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस खुद चला रहा है।