PATNA : बिहार कैडर के 2011 बैच के आईपीएस आदित्य कुमार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। अब इनके खिलाफ मुकदमा चलेगा। इसकी वजह यह है कि विधि विभाग के स्तर पर मामले की सघन समीक्षा के बाद उन पर लगे आरोप सही पाए गए। इसके बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश राज्य सरकार ने दे दिया है। फिलहाल वे जेल में बंद हैं। उन पर गया में एसएसपी रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करने, शराब तस्करों से साठगांठ रखने जैसे अन्य कई आरोप हैं।
वहीं, इसके अलावा आईपीएस आदित्य कुमार पर स्वयं को आरोपों से मुक्त कराने के लिए तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल को फोन करवाकर नकली जज से धमकी दिलवाने का भी मामला दर्ज है। उन पर लगे आरोपों की जांच ईओयू कर रही है। जांच में उन पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। इसको ध्यान में रखते हुए उनके खिलाफ केस चलाने का आदेश दिया गया है।
इसके साथ ही ईओयू ने जून 2023 में आदित्य कुमार को रिमांड पर लेकर उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की थी। उनसे 100 से अधिक सवाल पूछे गए थे। वे अधिकतर सवालों का जवाब देने से बचते रहे। जांच के क्रम में बालू माफिया, शराब तस्करों समेत अन्य से जुड़े चैट भी मिले थे। इसे लेकर भी उनसे पूछताछ की गई थी, लेकिन उन्होंने किसी सवाल का सही और स्पष्ट जवाब नहीं दिया था। यह बात भी सामने आई है कि पटना के एक नामी निजी रेस्टोरेंट में माफियाओं के साथ डील भी करते थे। इसके प्रमाण भी मिले हैं। ईओयू ने मामले में चार्जशीट दायर कर दी है।