जहरीली शराबकांड के बाद चिराग पासवान ने दिया नीतीश कुमार को एक लाख रूपये देने का ऑफर, कहा-तेजस्वी की नियत और नीति दोनों बदल गयी

जहरीली शराबकांड के बाद चिराग पासवान ने दिया नीतीश कुमार को एक लाख रूपये देने का ऑफर, कहा-तेजस्वी की नियत और नीति दोनों बदल गयी

PATNA: बिहार में जहरीली शराब कांड के बाद आंदोलन पर उतरे चिराग पासवान ने आज राज्यपाल को ज्ञापन देकर बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। चिराग पासवान ने मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। चिराग ने नीतीश को एक लाख रूपये देने का ऑफर भी दिया है। वहीं तेजस्वी यादव की नीति औऱ नियत पर गंभीर सवाल खड़े किये।


नीतीश की भाषा बोल रहे हैं तेजस्वी

चिराग पासवान ने कहा कि छपरा जहरीली शराब कांड में तेजस्वी यादव नीतीश कुमार की भाषा बोल रहे हैं। क्या उन्हें याद है कि आज से 6 महीने पहले तक बिहार में जहरीली शराब कांड होने पर वे क्या कहते थे। तेजस्वी को अपनी ही बातों को याद करना चाहिये। लेकिन चूंकि अब सत्ता में आ गये हैं तो सब बदल गया है। उनकी नियत के साथ-साथ नीति बदल गयी है।


चिराग पासवान ने कहा कि 2005 में बिहार की सत्ता में आने के बाद नीतीश कुमार ने गांव-गांव में शराब की दुकानें खुलवायी। लोगों को शराब पीने की लत लगवायी औऱ फिर अपनी सनक में बिना किसी तैयारी के शराबबंदी लागू कर दिया। अब जब लोग जहरीली शराब पीकर मर रहे हैं तो कह रहे हैं कि जो पियेगा वह मरेगा। इससे ज्यादा अहंकार की भाषा क्या हो सकती है। क्या नीतीश कुमार के परिवार के किसी सदस्य के साथ ऐसा हुआ होता तो नीतीश कुमार की यही भाषा होती।


चिराग पासवान ने कहा कि जहरीली शराब नीतीश कुमार का सरकारी तंत्र बिकवा रहा है। पीने वाला मर गया लेकिन अपने पीछे मासूम बच्चे, विधवा पत्नी और बूढ़े मां-बाप को छोड़ गया है। उनके पास जीने का कोई साधन नहीं है। यही नीतीश कुमार 2016 में जहरीली शराब कांड पर मुआवजा दे रहे थे औऱ अब कह रहे हैं कि कोई मुआवजा नहीं देंगे, लोग मरते हैं तो मरें। 


नीतीश को एक लाख रूपये का ऑफर

चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार ने अब एलान किया है कि जो लोग ताड़ी-शराब का कारोबार करते थे उन्हें जीवन यापन के लिए एक लाख रूपये दिये जायेंगे. चिराग ने कहा-मैं अपने वेतन से नीतीश कुमार को एकमुश्त एक लाख रूपये देने को तैयार हूं. नीतीश कुमार सरकारी सुख सुविधा छोड़ें और उस एक लाख रूपये से अपनी पूरी जिंदगी चला कर दिखायें. अगर हिम्मत है तो नीतीश कुमार मेरे इस ऑफर को कबूल करें।