जहां से किया मैट्रिक, वहीं से करनी होगी इंटर की पढ़ाई : शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश

जहां से किया मैट्रिक, वहीं से करनी होगी इंटर की पढ़ाई : शिक्षा विभाग ने जारी किया निर्देश

PATNA : बिहार बोर्ड से इस साल मैट्रिक परीक्षा पास करने वाले छात्रों की कक्षा 11वीं में नामांकन उसी विद्यालय में लिया जाएगा, जहां से उन्होंने दसवीं पास की है। विशेष परिस्थितियों में यदि कोई विद्यार्थी दूसरे विद्यालय में नामांकन के लिए जाना चाहता है तो संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित विद्यालय स्थानांतरण प्रमाण पत्र के आधार पर नामांकन के दौरान उस विद्यार्थी का 11वीं में दाखिला किया जा सकेगा। हस्ताक्षर के समय पदाधिकारी ध्यान रखेंगे कि विद्यार्थी का नामांकन दूर के स्कूल में नहीं हो।


दरअसल, विद्यार्थियों के 11वीं में नामांकन को लेकर विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को बुधवार को एक पत्र भेजा है। विभाग ने पत्र में कहा है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में विद्यार्थियों के 11वीं में नामांकन के लिए ओएफएसएस पोर्टल के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किया गया है।


विद्यार्थियों के स्कूल आवंटन करते संबंध में कहना है कि राज्य की सभी पंचायतों में प्लस टू स्कूल स्थापित कर दिये गये हैं। ताकि, उस पंचायत के विद्यार्थियों को अधिक दूरी तय कर स्कूल में नामांकन लेने की बाध्यता न हो। इन स्कूलों में बीपीएससी से एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति भी कर दी गयी है। साथ ही, स्कूलों में आधारभूत संरचना भी विकसित कर दिये गये हैं। वहीं, यह निर्देश चालू शैक्षणिक सत्र 2024-25 से कक्षा 11वीं में नामांकन के संबंध में तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। दसवीं पास करने वाले विद्यार्थियों को 11वीं कक्षा में नामांकन हेतु समिति द्वारा पोर्टल के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किया गया है।


उधर, विद्यार्थियों के नामांकन हेतु विद्यालय आवंटन के संबंध में यह उल्लेख करना प्रासंगिक है कि सरकार की निर्धारित नीति के अनुसार, राज्य के सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थापना की गई है। ताकि उन पंचायतों के निवासी विद्यार्थियों को वर्ग 9-12 तक के अध्ययन में कोई असुविधा न हो और उन्हें अधिक दूरी तय कर दूर के विद्यालय में नामांकन लेने की बाध्यता न रहे। संबंधित विद्यालयों में शिक्षण कार्य की सुविधा हेतु बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा के आलोक में करीब एक लाख शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है। इस प्रकार प्रत्येक उत्क्रमित माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पर्याप्त संख्या में शिक्षक उपलब्ध हो गए हैं।