RANCHI: झारखंड के शिक्षा मंत्री रहे दिवंगत जगरनाथ महतो के बेटे अखिलेश महतो उर्फ राजू महतो हेमंत सरकार में मंत्री बनने वाले हैं। राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर जो जानकारी मिली है उसके अनुसार, अखिलेश महतो को हेमंत कैबिनेट में जगह मिलनी लगभग तय है। माना ये जा रहा है कि मार्च के पहले सप्ताह में अखिलेश महतो का शपथ ग्रहण हो सकता है।
अखिलेश महतो को कैबिनेट में जगह हफीजुल अंसारी की तरह ही दी जाएगी या यूं कहें तो जिस तरीके से मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उनके बेटे हफीजुल को सरकार में मंत्री बनाया गया और बाद में वो मधुपुर से चुनाव लड़कर विधायक बने, ठीक उसी तरह से जगरनाथ महतो के निधन के बाद उनके बेटे को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा और बाद में वो विधानसभा का उपचुनाव लड़ेंगे।
जगरनाथ महतो से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भावनात्मक रिश्ता रहा है, सीएम उन्हें हमेशा बड़े भाई की नजर से देखा करते थे। जब जब जगरनाथ महतो बीमार पड़े मुख्यमंत्री उनके साथ खड़े नजर आये और उनका मनोबल बढ़ाया। टाइगर के नाम से मशहूर जगरनाथ महतो का जब निधन हुआ तो मुख्यमंत्री खुद उनके शव को लेने एयरपोर्ट पहुंचे और उनके शव को कंधा दिया, फिर उनके पैतृक गांव जाकर उनके अंतिम संस्कार में सीएम शामिल हुए। जगरनाथ महतो को अंतिम विदाई देते हुए उनकी पत्नी और बेटे के साथ तस्वीर साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने एक भावनात्मक पोस्ट सोशल मीडिया पर लिखा था, जिसमें उन्होने लिखा- आप चिंता न करें, मै हूं न, पूरा झामुमो परिवार हमेशा आपके और आपके परिवार के साथ खड़ा रहेगा। इसके साथ ही सीएम ने संकेत दे दिया था कि जगरनाथ महतो के परिवार को लेकर वो क्या सोच रखते है।
जगरनाथ महतो के निधन के बाद खाली हुई मंत्री के पद को लेकर कई दावेदार नजर आ रहे थे। एक पूर्व मंत्री इस उम्मीद में थे कि उन्हे फिर से मंत्री पद मिलने वाला है, लेकिन जिस तरह की सूचना मिल रही है उसके अनुसार उस पूर्व मंत्री के उम्मीदों पर पानी फिर गया है।