PATNA: भागलपुर के अगुवानी पुल हादसे को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। सरकार की लाख सफाई देने के बावजूद बीजेपी सीबीआई जांच की मांग पर अड़ गई है। पुल निर्माण में कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर तेजस्वी यादव ने बीजेपी को दो टूक जवाब दिया है। तेजस्वी ने कहा है कि आज जो लोग आरोप लगा रहे हैं, जब पहली बार अगुवानी पुल का हिस्सा ध्वस्त हुआ था उस वक्त वे लोग कहां थे।
दरअसल, भागलपुर में अगुवानी पुल के एक हिस्से के ध्वस्त होने के बाद बीजेपी लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही है। बीजेपी का आरोप है कि सरकार जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है और पूरे मामले की लीपापोती के खेल में लग गई है।नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पुल के टेंडर में बड़े घोटाले का दावा किया था और यह भी आशंका जताई थी कि जिस तरह से भवन निर्माण विभाग में हुए घोटाले की फाइलें जला दी गईं थी, उसी तरह से पथ निर्माण विभाग में भी फाइलें जला दी जाएंगी।
बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा कि आईआईटी रूढ़की की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है, टीम ने घटनास्थल का दौरा भी किया है। जांच रिपोर्ट आएगी तो सबकुछ साफ हो जाएगा, किसी से कोई बात थोड़े ही न छिपाई जाएगी। रिपोर्ट आने पर सारी चीजें सामने आ ही जाएंगी लेकिन जो लोग आरोप लगा रहे हैं और तरह तरह की मांग कर रहे हैं, उन्हें बताना चाहिए कि जब पहली बार पुल गिरा था तब राज्य में उनकी सरकार थी, उस वक्त वे लोग क्या कर रहे थे?