PATNA : अपने हौंसले से दुनिया भर में मिसाल कायम करने वाली दरभंगा की ज्योति कुमारी की मदद के लिए अब हर हाथ उठने लगे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इंवाका ट्रंप ने ज्योति की तारीफ क्या की, बिहार के नेताओं में भि ज्योति की मदद के लिए होड मच गयी है. आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी ने ज्योति कुमारी से बात की और उसे मदद करने का भरोसा दिलाया.
तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ज्योति कुमारी से बात की. आरजेडी ने अपनी पार्टी के नेताओं को मोबाइल के साथ दरभंगा में रहने वाली ज्योति कुमारी के पास भेजा था. उसी मोबाइल के सहारे वीडियो कांफ्रेंसिग हुई. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी मां राबड़ी देवी ने ज्योति कुमारी की मदद के साथ साथ उसकी पढाई, शादी और पिता की नौकरी का भी प्रबंध करने का भरोसा दिलाया है.
इंवाका ट्रंप की तारीफ के बाद बिहार के नेताओं में होड़
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही इवांका ट्रंप ने ट्वीट कर 15 साल की ज्योति कुमारी की तारीफ की थी . इवांका ने ट्वीटर पर लिखा था "सिर्फ 15 साल की ज्योति कुमारी अपनी साइकिल के पीछे अपने घायल पिता को बैठाकर 7 दिनों में 1,200 किलोमीटर की दूरी तय करके अपने गांव में घर ले गई. धैर्य और प्रेम का यह खूबसूरत साहसिक कार्य भारतीय लोगों और साइकलिंग फेडरेशन की कल्पनाओं पर छा गया है."
इंवाका के ट्वीट के बाद ज्योति कुमारी की चर्चा पूरी दुनिया में होने लगी. इसके बाद बिहार के नेताओं की नींद टूटी. नींद बिहार सरकार की भी टूटी. वहीं, भारतीय साइकलिंग फेडरेशन ने उसे प्रशिक्षित करने का भी ऑफर दिया है. साइकलिंग फेडरेशन ने ज्योति कुमारी को ट्रायल देने के लिए बुलाया है.
रविशंकर और रामविलास पासवान ने की पहल
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और रामविलास पासवान ने ज्योति की मदद के लिए केंद्र सरकार के स्तर पर पहल की है. रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू से बात कर ज्योति को ट्रेनिंग और दूसरी सुविधायें देने को कहा. रामविलास पासवान ने भी ऐसी ही मांग की. इसके बाद केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि वे ज्योति कुमारी की मदद के लिए हर कदम उठाने को तैयार हैं.
इससे पहले ज्योति कुमारी के पास बिहार सरकार के नुमाइंदे भी पहुंचे
दरभंगा की ज्योति ने आठवीं तक की पढ़ाई पूरी की थी, लेकिन आर्थिक कठिनाइयों की वजह से आगे पढ़ाई जारी नहीं रख सकी. बिहार सरकार ने उसका नौवीं कक्षा में नामांकन कराया है। शिक्षा विभाग की ओर से उसे एक नई साइकिल, दो जोड़ी पोशाक, जूता-मोजा, स्कूल बैग और नौवीं कक्षा की पुस्तकें भी भेंट की गईं हैं. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने कहा कि ज्योति की स्पोर्टिंग स्किल को भी आगे बढ़ाने में शिक्षा विभाग पूरी मदद करेगा.
मदद के लिए आगे आ रहे विधायक व राजनेता
इंवाका ट्रंप की तारीफ के बाद ज्योति की मदद के लिए दरभंगा के विधायक संजय सरावगी भी आगे आए. उन्होंने उससे मुलाकात कर उपहार दिए तथा लॉकडाउन के बाद अच्छी साइकिल देने का आश्वासन दिया. जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ज्योति को 20 हजार रुपये दिए तथा आगे पढ़ाने और साइकिलिंग की प्रैक्टिस कराने का भरोसा दिया है.
गौरतलब है कि दरभंगा की ज्योति कुमारी लॉकडाउन के दौऱान अपने पिता के लिए श्रवण कुमार बन गयी. बेहद गरीब परिवार की ज्योति के पिता गुरूग्राम में रिक्शा चलाते थे. लेकिन लॉकडाउन के पहले वे एक दुर्घटना में घायल हो गये. पिता के घायल होने की खबर मिलने के बाद ज्योति कुमारी गुरूग्राम चली गयी लेकिन इसी बीच लॉकडाउन का एलान हो गया. पिता के साथ ज्योति गुरूग्राम में ही फंस गयी.
ज्योति के पिता का काम बंद हो गया और गुरूग्राम में रोजी-रोटी को कोई सहारा नहीं था. लिहाजा ज्योति ने पिता को लेकर अपने गांव वापस लौटने की ठानी. गांव वापसी का बस-ट्रेन जैसा कोई जरिया नहीं था. ऐसे में ज्योति ने साइकिल से गुरूग्राम से दरभंगा तक की दूरी तय करने का फैसला लिया. ज्योति ने साइकिल पर अपने पिता को बिठाया और गुरूग्राम से निकल पडी. गुरूग्राम से दरभंगा तक की 1200 किलोमीट की दूरी उसने 7 दिनों मे तय कर लिया. बेहद गरीब परिवार की ज्योति कुमारी तीन बहन और दो भाइयों के बीच दूसरे नंबर की संतान है. गरीबी के कारण उसे अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी.