PATNA : अपने ही पार्टी पदाधिकारी को नंगा कर पीटने का आरोप लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के ऊपर लगा है। अपने ऊपर लगे आरोप के बाद तेजप्रताप ने बड़ा सियासी दांव खेलते हुए ऐलान कर दिया कि वह आरजेडी से इस्तीफा दे देंगे। लालू यादव से मिलकर अपना इस्तीफा सौंपने की बात तेजप्रताप यादव ने कही लेकिन तेज का यह दांव उल्टा पड़ता दिख रहा है। दरअसल तेज प्रताप की तरफ से इस्तीफे की पेशकश किए जाने के बाद अब तक लालू परिवार में से किसी ने उन्हें मनाने की कोशिश नहीं की है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लालू परिवार के अंदर इस बार तेजप्रताप के साथ कोई भी खड़ा नजर नहीं आ रहा।
तेजप्रताप यादव ने अपने ऊपर आरोप लगने के बाद सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए यह कहा था कि वह पार्टी छोड़ने का फैसला ले चुके हैं और लालू यादव से मुलाकात कर अपना इस्तीफा दे देंगे। तेजप्रताप को शायद यह उम्मीद रही होगी कि इस्तीफे कि बात करने के बाद उन्हें मनाने की पहल शुरू होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तेजप्रताप यादव को ना तो लालू यादव और ना ही रावड़ी देवी ने मामले में मनाने का प्रयास किया। छोटे भाई तेजस्वी यादव भी इस पूरे प्रकरण से खासे नाराज बताए जा रहे हैं हालांकि आरोप लगाने वाले पटना महानगर के युवा अध्यक्ष रामराज यादव को कल देर शाम राबड़ी आवास बुलाया गया था। राबड़ी आवास पर उनकी मुलाकात तेजस्वी यादव से हुई। तेजस्वी यादव ने इस पूरे मामले की जानकारी भी ली है लेकिन तेजप्रताप को लेकर फिलहाल वह भी किसी नरमी के मूड में नहीं हैं।
दरअसल तेजप्रताप यादव पर सोमवार को बेहद गंभीर आरोप लगा. युवा राजद के महानगर अध्यक्ष रामराज यादव ने कहा कि तेजप्रताप यादव ने उन्हें राबड़ी आवास में कमरे में बंद करके नंगा कर पीटा. ये वाकया उस दिन हुआ जिस दिन राबड़ी आवास में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया था. रामराज यादव ने आज राजद कार्यालय जाकर पार्टी से अपना इस्तीफा सौंप दिया था. उसके बाद आज दिन में तेजप्रताप यादव ने कहा था कि उनके खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एमएलसी सुनील कुमार सिंह और तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव साजिश रच रहे हैं. अब उन्होंने एलान किया है कि वे पार्टी से ही इस्तीफा दे देंगे।
हम आपकों पूरा वाकया फिर से बताते हैं. युवा राजद के महानगर अध्यक्ष रामराज यादव ने आज पार्टी ऑफिस जाकर इस्तीफा दिया था. उन्होंने मीडियो को सारी कहानी बतायी थी। “लालू-राबडी आवास में हुए दावत-ए-इफ्तार में मैं तीन नंबर पंडाल की व्यवस्था देख रहा था. अचानक तेजप्रताप यादव आये औऱ मुझे अपने साथ चलने को कहा. वे मुझे एक कमरे में ले गये. उनके साथ चार-पांच और लोग थे। तेजप्रताप यादव ने मुझे राबड़ी आवास के कमरे में बंद कर दिया. फिर तेजप्रताप यादव ने मेरा कपड़ा उतार दिया. उसके बाद तेजप्रताप मुझे पीटने लगे. उनका एक सहयोगी वीडियो बना रहा था. तेजप्रताप यादव खुद लात-जुते औऱ मुक्के से मुझे मार रहे थे. तेजप्रताप ने 18 मिनट में मुझे 500 से ज्यादा बार मां-बहन की गालियां दी. वे तेजस्वी यादव को गाली दे रहे थे. जगदानंद सिंह को गाली दे रहे थे. और तो और लालू जी के बारे में भी गंदे शब्द बोल रहे थे.”
रामराज यादव सोमवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में अपना इस्तीफा देने पहुंचे थे. उस वक्त प्रदेश कार्यालय के अंदर तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह बैठक कर रहे थे. बाहर रामराज यादव रो रहे थे. वे कह रहे थे कि तेजप्रताप यादव ने उन्हें पीटने से पहले एक वीडियो दिखाया. इसमें वे किसी और को पीट रहे थे. तेजप्रताप यादव ने कहा कि मैं जिसे मारता हूं उसका वीडियो बनाता हूं. आज तुम्हारा भी बनाऊंगा। रामराज यादव बोले-“मैंने पार्टी के लिए क्या-क्या नहीं किया. लाठी खायी है. पुलिस की लाठी से मेरा कमर टूट गया था जो अब तक ठीक नहीं हुआ है. मैंने क्या गुनाह किया जो मेरे साथ ये हुआ. मुझे कमरे में बंद कर नंगे करके पीटा जा रहा था. मैं बार-बार पूछ रहा था कि मेरा गुनाह क्या है. बदले में तेजप्रताप यादव ताबडतोड़ गालियां दे रहे थे. वे कह रहे थे- मा.... तू तेजस्वी का झंडा ढ़ोता है. तेरा नंगा वीडियो वायरल करेंगे. तेजप्रताप यादव बिना गाली के एक लाइन नहीं बोल रहे थे.”रामराज यादव ने आज मीडिया को बताया कि लगभग 20 मिनट तक उनकी पिटाई की गयी. उसके बाद वे जान बचाकर भागे. रामराज यादव ने बताया कि लालू-राबडी आवास के बाहर उनकी अपनी गाड़ी खड़ी थी लेकिन वे डर से दूसरी की गाड़ी में सवार होकर वहां से भागे.
रामराज यादव ने कहा कि तेजप्रताप यादव के चंगुल से निकल कर लालू-राबडी आवास से बाहर आकर उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को फोन किया. प्रदेश अध्यक्ष को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी. जगदानंद सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया. उसके बाद मैं घर चला गया. मैं दो दिनों तक इंतजार करता रहा. पार्टी की ओर से कोई जवाब नहीं आया. जगदानंद सिंह ने कुछ नहीं किया. हारकर सोमवार को इस्तीफा देने आया हूं. जिस पार्टी के लिए अपना सब कुछ लुटा दिया, उस पार्टी ने मेरे साथ ये किया. रामराज यादव सोमवार को जब राजद ऑफिस के बाहर खडे होकर अपने साथ हुआ वाकया बता रहे थे तो अंदर तेजस्वी और जगदानंद सिंह बंद कमरे में बैठक कर रहे थे. किसी ने रामराज यादव को बुलाकर उनसे बात करने तक की कोशिश की नहीं की.