PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री कुमार ने सीएम आवास पर कुशवाहा समाज की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पार्टी के कई नेता शामिल हुए थे। हालांकि, इसको लेकर जेडीयू के तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गयी है। वहीं, सीएम के इस बैठक को लेकर अब भाजपा के तरफ से सवाल उठाया जाना शुरू कर दिया गया है। भाजपा के तरफ से यह कहा गया है कि - सीएम नीतीश कुमार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी जी के बढ़ते जनाधार के डर गए हैं, इस वजह से यह बैठक बुलाया जा रहा है।
भाजपा के तरफ से कहा कि, नीतीश कुमार जी ने कभी भी 17 सालों के मुख्यमंत्री आवास में एक भी बार कुशवाहा समाज का बैठक नहीं किया। आज अचानक से उनको इस समाज की याद कैसे आ गई। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा कि - मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि आज तक कुशवाहा समाज के लिए उन्होंने क्या किया है, वो एक भी काम बता दे ..?
अरविंद सिंह ने कहा कि, जबसे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का कमान सम्राट चौधरी जी को सौंपा है, उसके बाद से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डर से भयभीत होकर के अपने आवास पर कुशवाहा समाज की बैठक बुलाकर इस समाज को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, शायद उनको यह बात मालूम नहीं है कि कुशवाहा समाज बिहार में अपने परिश्रम के बल पर सभी का पेट भरने का काम करती है। और राजनीति की दिशा नीति और गति तय करती है।
मुख्यमंत्री का भयभीत होना आपको स्वाभाविक बात है क्योंकि कुशवाहा समाज बिहार में पहली बार भारतीय जनता पार्टी जैसे पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर सम्राट चौधरी जी के पीछे खड़ी है और उनको अपना संबल प्रदान करके अपना नेता बनाए हुए हैं। नीतीश कुमार को डर है कि कहीं एकमुश्त कुशवाहा समाज सम्राट चौधरी जी के साथ चला गया तो नीतीश कुमार का वजूद बिहार से खत्म हो जाएगा।
अरविंद सिंह ने कहा कि, नीतीश कुमार में दम है तो मुख्यमंत्री का कुर्सी छोड़कर किसी कुशवाहा समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दें। उसके बाद कुशवाहा समाज समझेगा कि नीतीश कुशवाहा समाज के हितैषी हैं। वैसे भी वो उम्र के चौथे पड़ाव पर चल रहे हैं। इस लिहाजा अब उनको आराम की जरूरत है। इसलिए वो इस्तीफा दे दें।