इशारों-इशारों में बोले सुनील सिंह..76 घाट का चरणामृत पिया हुआ व्यक्ति मुझे ईमानदारी और निष्ठा का पाठ पढाता है

इशारों-इशारों में बोले सुनील सिंह..76 घाट का चरणामृत पिया हुआ व्यक्ति मुझे ईमानदारी और निष्ठा का पाठ पढाता है

PATNA: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ तस्वीर आने और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात के बाद राजद एमएलसी सुनील सिंह को लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी है। सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा होने लगी है कि बीजेपी नेताओं से उनकी नजदीकियां बढ़ने लगी है। इन चर्चाओं के बीच सुनील सिंह ना सिर्फ सोशल मीडिया पर जवाब दे रहे हैं बल्कि बिना किसी का नाम लिये जेडीयू नेताओं पर निशाना साध रहे हैं। 


इस बार भी उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि "मुझे हैरानी तब होती है जब 76 घाट का चरणामृत पिया हुआ व्यक्ति भी मुझे प्रतिबद्धता, ईमानदारी और निष्ठा की पाठ पढ़ाता है।" राजद एमएलसी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि "मुझे वही नसीहत दे जो लगातार 27 वर्षों तक किसी एक पार्टी में प्रतिबद्धता एवं निष्ठा के साथ हो ! अन्यथा पिंगल पढ़ना बन्द करे"


गौरतलब है कि बीते दिनों जेडीयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी ने सुनील सिंह पर हमला बोलते हुए कहा था कि सुनील सिंह सिर्फ आरजेडी के लीडर हैं, उनके बयान का कोई अर्थ नहीं है। लालू यादव और राबड़ी देवी क्या बोले, यह महत्वपूर्ण है। ऐसे में हम सुनील सिंह जैसे नेताओं का नोटिस भी नहीं लेते। अशोक चौधरी के इस बयान पर सुनील सिंह ने पलटवार करते हुए कहा था कि "जिनके घर शीशे के होते हैं वह दूसरे के घरों में पत्थर नहीं मारा करते।" 


जिसके बाद सीएम नीतीश ने भी सुनील सिंह को फटकार लगाते हुए कहा था कि "आप भाजपा के एजेंडे पर चल रहे हैं, अमित शाह से आपने मुलाकात भी की और छपरा से आप चुनाव लड़ने वाले हैं। सभी घटक दलों को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। आप लालू परिवार के करीबी हैं यह सब मत करिये।" तब सुनील सिंह ने सीएम नीतीश के इस बयान का जवाब भी दिया। सुनील सिंह ने कहा था कि "यदि आपको ऐसा लगता है तो मुझे गोली मरवा दीजिए। मेरी विश्वनीयता पर कोई सवाल खड़ा नहीं कर सकता। तीन दशक से लालू यादव के परिवार के साथ हूं और जब तक जिंदा रहूंगा लालू परिवार के साथ रहूंगा।" 


सुनील सिंह ने कहा था कि मैं बिस्कोमान का अध्यक्ष हूं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देश के सहकारिता मंत्री हैं और बिस्कोमान भी उन्हीं के अधीन आता है. सहकारिता के सरकारी कार्यक्रम में अमित शाह आये हुए थे. एक जुलाई को पूरे देश का सहकारिता सम्मेलन हुआ, उसमें माननीय प्रधानमंत्री भी आये. मैं उसमें शामिल था और उस फोटो को मैंने अपने पेज पर लगाया है. ये नहीं है कि किसी के कोठी में मिल रहे हैं औऱ किसी के रूम में मिल रहे हैं. उसी फोटों को लेकर बात का बतंगड़ बनाया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है.