इंदिरा के समर्थन में BJP, बोले विदेश मंत्री जयशंकर ...ये न तो उनके और न हमारे लिए ठीक ; उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

 इंदिरा के समर्थन में BJP, बोले विदेश मंत्री जयशंकर ...ये न तो उनके और न हमारे लिए ठीक ; उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

PATNA : भारत की पूर्व महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का कनाडा में जश्न मनाया जा रहा है। इसको लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं इस बीच अब  विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आयी है। जयशंकर ने कनाडा को साफ शब्दों में चेतावनी दी है और कहा है कि -यह दोनों देशों के रिश्तों के लिए अच्छा नहीं है।


दरअसल, सोशल मीडिया पर झांकी का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें दिवंगत इंदिरा गांधी को खून से सनी साड़ी में दर्शाया गया था। इसी मामले को लेकर जमकर राजनीति गर्म हुई। इसके बाद अब  इस मामले में विदेश मंत्री ने कनाडा के लिए चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि -भारत विरोध के लिए कनाडा का इस्तेमाल होना, न हमारे रिश्तों के लिए ठीक है और न उनके लिए ठीक है। इस मुद्दे पर मैं यही कह सकता हूं... उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि अगर किसी को शिकायत है तो हमको है, क्योंकि कनाडा खालिस्तान समर्थकों को अपनी जमीन का इस्तेमाल करने दे रहा है। 


वहीं, जयशंकर ने इस घटना के तार वोट बैंक की राजनीति से भी जोड़ने का काम किया और कहा कि - मुझे लगता है कि इसमें कोई बड़ा मुद्दा शामिल है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि इसमें वोट बैंक की राजनीति के अलावा क्या कारण हो सकता है, कोई ऐसा क्यों करेगा। इसके साथ ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉडी थॉमस के बयान को लेकर कहा कि उनका बयान सुनकर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ है। 


मालूम हो कि, कांग्रेस ने कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाते हुए कथित तौर पर झांकी निकाले जाने की घटना की निंदा की है। कांग्रेस कहा कि - भारत सरकार को यह मुद्दा कनाडा के समक्ष मजबूती से उठाना चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर विदेश मंत्री एस जयशंकर से यह आग्रह किया। जिसके बाद अब इस मामले में विदेश मंत्री का भी बयान सामने आ गया है। 


इधर, विदेशों में राहुल गांधी के तरफ से दिए जा रहे बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि, दुनिया देख रही है कि भारत एक मजबूत लोकतंत्र है, लेकिन राहुल गांधी जब बाहर जाते है तो इसकी आलोचना में बोलते हैं, क्योंकि जब देश में उनकी बात नहीं चलती है तो उनको लगता है विदेश में इसके खिलाफ समर्थन हासिल किया जा सके।