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1st Bihar Published by: Updated Sat, 11 Apr 2020 09:51:29 PM IST
                    
                    
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DELHI : वैश्विक कोरोना महामारी के बीच केंद्र सरकार की ओर से एक बड़ा बयान जारी किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर इंडिया में आज लॉक डाउन नहीं होता, तो भारत में तक़रीबन 8 लाख 20 हजार कोरोना के मरीज मिल जाते. लेकिन सही समय पर देशव्यापी लॉकडाउन और कंटेनमेंट लागू किया गया, जिसके कारण भारत आज दुनिया के अन्य देशों के मुकाबले अच्छी स्थिति में खड़ा है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अगर लॉक डाउन नहीं होता तो, 15 अप्रैल तक कोरोना की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 8 लाख 20 तक पहुंच जाती. इंडिया में आज 24 घंटे के भीतर सबसे ज्यादा कोविड-19 के मामलों में 1035 की वृद्धि हुई और 40 मरीजों की मौत हो गई है. हिंदुस्तान में अब तक 7528 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 242 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें से 643 लोग ठीक हो चुके हैं.
दुनिया में अब तक 17 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. अमेरिका जैसा विकसित देश आज सबसे ज्यादा कोरोना से प्रभावित है. वहां 5 लाख से ज्यादा मरीज हैं. जबकि इटली और स्पेन में यह आंकड़ा लगभग डेढ़ लाख के करीब है. ऐसे में अगर इंडिया में लॉक डाउन लागू नहीं रहता तो सबसे ज्यादा तक़रीबन 8 लाख मरीज हमारे देश में होते.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्रियों की बैठक में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला होने की खबर थी. लेकिन आज पीएम का देश के नाम संबोधन नहीं है. ऐसे में लॉकडाउन को लेकर आज कोई एलान नहीं होगा. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने हालांकि इस बात की जानकारी मीडिया के साथ साझा की थी कि पीएम ने कहा कि हमें लॉकडाउन पर समझौता नहीं करना चाहिए और अगले 15 दिनों के लिए इसे बढ़ाने के सुझाव मिल रहे हैं. उन्होंने इस बात की भी जानकारी भी दी कि हो सकता है कि 'अगले 1-2 दिनों में भारत सरकार 15 दिनों के लिए दिशा-निर्देशों की घोषणा करेगी.