DESK: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर आखिरकार आज पटना मे विपक्षी दलों की बैठक संपन्न हो गई। बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ साथ 15 दलों के कुल 27 शीर्ष नेता शामिल हुए और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को घेरने की रणनीति तय हुई हालांकि AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस बैठक पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि वे भी नहीं चाहते कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें लेकिन आज की बैठक में शामिल होने वाली पार्टियों का ट्रैक रिकॉर्ड क्या है?
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि पटना में हुई विपक्ष की बैठक में शिवसेना है, क्या शिवसेना सेक्युलर हो गई हैं? बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल हैं, उन्होंने धारा 370 को हटाए जाने पर भाजपा का समर्थन किया था। उस बैठक में नीतीश कुमार हैं जो NDA के तरफ से मुख्यमंत्री रहे हैं। ओवैसी ने कहा कि वे भी नहीं चाहते कि 2024 में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें लेकिन पटना में हुई बैठक में जो पार्टियां शामिल थीं उनका ट्रैक रिकॉर्ड क्या है? कांग्रेस आगे रहना चाहती है, नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
बता दें कि शुक्रवार को विपक्षी दलों की हुई बैठक में जेडीयू से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी, आरजेडी से लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव, कांग्रेस पार्टी से राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना से उद्धव ठाकरे, संजय राउत, आदित्य ठाकरे शामिल हुए।
इसके साथ ही एनसीपी से शरद पवार, समाजवादी पार्टी से अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी से अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, संजय सिंह और राघव चड्डा,टीएमसी से ममता बनर्जी, माकपा से सीताराम येचुरी, नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारुख अब्दुल्ला, जम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से महबूबा मुफ्ती, भाकपा से डी राजा, भाकपा माले से दीपंकर भट्टाचार्य, JMM से हेमंत सोरेन, DMK से एम के स्टालिन भी बैठक में मौजूद रहे।