PATNA: आय से अधिक संपत्ति अर्जीत करने के मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव से ईडी ने शनिवार को पांच घंटे तक पूछताछ की। दोनों बिजनेस पार्टनर को आमने-सामने बैठाकर ईडी के अधिकारियों ने तीखे सवाल पूछे। ईडी ने दोनों को एक साथ बैठाकर 30-30 सवाल किए और अलग से 20-20 सवाल पूछे गए।
ईडी ने पूछा कि दोनों का कार्य क्षेत्र अलग है फिर उनकी पहचान कैसे हुई? इतने पैसे कहां से लाए? महिला वकील को 2.44 करोड़ की संपत्ति क्यों दी थी? संजीव हंस से पूछा कि वे किस-किस विभाग में अधिकारी रहे? किनको ठेका दिया और उनसे क्या लाभ लिया? कहां-कहां जमीन जायदाद है? इस दौरान संजीव हंस जांच एजेंसी के अधिकारियों को घुमाते रहे और कई सवालों का जवाब तक उन्होंने नहीं दिया।
कोर्ट से ईडी को संजीव हंस की सात दिन की रिमांड मिली है। संजीव हंस से पूछताछ करने के लिए ईडी के पास अभी चार दिन का समय और है। अगले चार दिनों में प्रर्वतन निदेशालय की टीम संजीव हंस से और भी जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगी और उनसे तीखे सवाल पूछेगी। इस मामले में जेल में बंद उर्जा विभाग के ठेकेदार समेत अन्य लोगों को भी रिमांड पर लेकर पूछताछ करेंगे।
वहीं इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने संजीव हंस के पार्टनर पूर्व विधायक गुलाब यादव से भी तीखे सवाल पूछे। ईडी ने गुलाब यादव से पूछा कि उन्होंने चार साल पहले कटिहार में जल संसाधन विभाग के ठेकेदार सुभाष यादव से 98 लाख रुपए किसके कहने पर लिए थे और वह पैसे कहां गए? ईडी ने पूछा कि क्या उन्होंने विभाग के तत्कालीन सचिव संजीव हंस के कहने पर ये पैसे लिए थे?
ईडी ने गुलाब यादव से आगे पूछा कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में शपथपत्र में उन्होंने दिल्ली के फ्लैट की जानकारी क्यों नहीं दी थी, क्या संजीव हंस ने मना किया था? आपके बेटे रौशन और एवियन इंफ्रास्ट्रक्चर एंडे एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के बीच 55 लाख का लेन-देन किस लिए किया गया था। पूणे में संजीव हंस की पत्नी मोना हंस और उनकी पत्नी अंबिका यादव सीएनजी पंप चलाती हैं। 1.80 करोड़ की जमीन खरीदी थी, इतने पैसे कहां से आए और किसने दिए?