कैसे लीक हो रहे अनंत सिंह से जुड़े गोपनीय दस्तावेज ? एक मंत्री और एक पुलिस अधिकारी पर शक, विवेका पहलवान और उसके गुर्गों को बचाने के लिए हो रहा खेल?

कैसे लीक हो रहे अनंत सिंह से जुड़े गोपनीय दस्तावेज ? एक मंत्री और एक पुलिस अधिकारी पर शक, विवेका पहलवान और उसके गुर्गों को बचाने के लिए हो रहा खेल?

DESK: एक सप्ताह हुए विवेका पहलवान के घऱ बैठे गुर्गों का AK-47 वाला वीडियो सामने आये हुए. उसके बाद हथियारबंद गुंडों की कई और तस्वीर और वीडियो लोगों के सामने आये. पटना पुलिस ने एक औपचारिक केस दर्ज करने के सिवा कुछ और नहीं किया. विवेका पहलवान और उसके गुर्गे आराम से अपने ठिकानों पर बैठे हैं. पुलिस का खेल हर रोज उजागर हो रहा है. भारी फजीहत के बाद रास्ता निकाला गया. अब अनंत सिंह से जुड़े पुलिस के गोपनीय दस्तावेज लीक हो रहे हैं. मकसद सिर्फ और सिर्फ एक दिख रहा है-विवेका पहलवान और उसके गुर्गों पर पुलिसिया रहमो करम से लोगों का ध्यान भटका दिया जाये. कैसे लीक हो रहे दस्तावेज पुलिस ने अनंत सिंह के समर्थक लल्लू मुखिया को रिमांड पर लिया था. लल्लू मुखिया का कथित इकबालिया बयान कोर्ट में जाने से पहले पुलिस के पास लीक हो गया. ये हाई प्रोफाइल मामला था और इससे जड़े सारे कागजात पुलिस के हाई लेवल के अधिकारियों के पास थे. फिर वो लीक कैसे हुए. अनंत सिंह की ऑडियो के फोरेंसिक साइंस रिपोर्ट भी लीक हुआ. कोर्ट से पहले बाजार में पहुंचा. सवाल ये है कि इतने हाई लेवल और संवेदनशील मामले में कागजात मार्केट में कैसे पहुंच जा रहे हैं. राज्य सरकार के एक मंत्री और एक पुलिस अधिकारी पर शक पुलिस सूत्र बताते हैं कि सारा खेल विवेका पहलवान और उसके गुर्गों को बचाने के साथ साथ इस मामले में भारी फजीहत झेल रहे पुलिस अधिकारी और एक मंत्री का चेहरा बचाने का है. विवेका पहलवान के गुर्गों की विस्फोटक तस्वीरें सामने आयी हैं. इससे पूरे देश में बिहार की छवि खराब हुई. लेकिन पटना पुलिस ने एक केस दर्ज कर चुप्पी साध लेने के सिवा और कुछ नहीं किया.  विवेका पहलवान और उसके गुर्गे खुलेआम घूम रहे हैं.  पूरे मामले में सबसे ज्यादा बेनकाब पटना पुलिस हुई है. सदाचार की सीख देने वाले एक मंत्री की भद्द पिट गयी है. लिहाजा, अनंत सिंह से जुड़े कागजातों को लीक करा कर मामले को डायवर्ट करने की पूरी कोशिश हो रही है. जानकार बताते हैं कि अनंत सिंह से जुड़े कागजात खास पुलिस अधिकारी के जरिये ही लीक हो रही हैं. कुछ कागजात एक मंत्री के घर से भी बांटी जा रही है. अनंत सिंह का ऑडियो का भी हुआ उल्टा असर तीन दिन पहले एक पुलिस अधिकारी के चेंबर से ही अनंत सिंह के 16 सेकेंड का ऑडियो क्लीप चुनिंदा पत्रकारों को दिया गया था. ये चाल उल्टी साबित हुई. 16 सेकेंड के इस क्लीप में ही सत्ताधारी दल के एक बड़े नेता का नाम आ रहा था. पूरा ऑडियो सामने आये तो बडे चेहरे बेनकाब हो सकते थे. लिहाजा पुलिस ने इस वायरल ऑडियो का मामला ही दबा दिया है.