शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: BADAL ROHAN Updated Tue, 26 Mar 2024 12:32:52 PM IST
- फ़ोटो
PATNA CITY: होली के मौके पर सिख श्रद्धालुओं ने पटना सिटी में होला मोहल्ला कार्यक्रम का आयोजन किया। पंच प्यारे के अगुआई में नगर कीर्तन निकाला गया। जिसमें भारी संख्या में सिख श्रद्धालु शामिल हुए। नगर कीर्तन पटना सिटी के विभिन्न रास्तों से होता हुआ तख्त श्रीहरमंदिर पहुंचा।
बता दें कि दशमेश पिता गुरु गोविन्द सिह महाराज ने होली के दिन होला मोहल्ला निकाला था। तब से लेकर आज तक सिख श्रद्धालु उस परम्परा जो निभाते आ रहे हैं। रंगों का त्योहार होली के मौके पर आपसी प्रेम और भाई चारे के साथ होला मोहल्ला मनाते आ रहे है। पंजाब में होली पर्व को होला मोहल्ला के रूप में मनाया जाता है। खासतौर पर निहंग सिख इसे मनाते है। यह होली एक तरह की योद्धा होली होती है।
सिख श्रद्धालु ने बताया कि गुरुगोविंद सिंह महाराज के सामने जब सिख उपस्थित हुए तब उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के लोग होली मनाते हैं मैं क्या मनाऊं गुरू गोविंद सिंह महाराज ने 15 साल की उम्र में 1680 में अनंतपुर साहब में उन्होंने सिखों को आदेश दिया कि होला मोहल्ला मनाया जाएगा। जो शक्ति और योद्धा का प्रतिक होगा। तब से यह पर्व सिख श्रद्धालु धूमधाम के साथ मनाते आ रहे हैं।