DESK : आज की तारीख में हाइपरटेंशन या हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने आम बात है. हृदय से जुडी इस बीमारी को कई लोग काफी हलके में लेते हैं जबकि यह एक गंभीर रोग है. आंकड़ो पर गौर करें तो पूरी दुनिया में एक अरब से भी ज्यादा लोग हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं. इसको कंट्रोल करने के लिए ज्यादातर लोग दवाओं के सहारे रहते हैं. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट की माने तो हम अपने डाइट में बदलाव कर इस बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसी 10 चीजों के बारे में जिन्हें डाइट में शामिल करने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बहुत हद तक कम हो सकता है.
खट्टे फल : नींबू, संतरा और अंगूर जैसे खट्टे फलों में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने की अचूक क्षमता होती है. कई तरह के विटामिन और मिनरल इन फलों में पाए जाते हैं जो इस रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं.
सैलमन मछली : ओमेगा-3 फैटी एसिड दिल की सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. यदि आप नॉन वेजिटेरियन हैं तो इसकी पूर्ति के लिए आप सैलमन मछली खा सकते हैं. ये फैट शरीर में जाकर ना सिर्फ ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, बल्कि रक्त कोशिकाओं और सूजन पर भी असर करता है.
कद्दू: कद्दू बहुत से लोग पसंद नहीं करते लेकिन इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, अर्जीनीन और अमीनो एसिड काफी अच्छी मात्र में पाया जाता है. कद्दू के बीजों से बना औषधीय तेल हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बड़ी अच्छी चीज है.
दालें और फलीदार सब्जियों: दालों में मौजूद पोषक तत्व शरीर में खून के प्रवाह को बेहतर करते हैं. इनमें पाए जाने वाला फाइबर, मैग्नीशियम और पोटैशियम दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है.
रामदाना: रामदाना जैसा साबुत अनाज खाने से हाई ब्लड प्रेशर लेवल को कम किया जा सकता है. एक स्टडी के मुताबिक, साबुत अनाज से मिला भरपूर आहार हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम कर सकता है. एक कप रामदाना शरीर में मैग्नीशियम की रोजाना जरूरत को 38 प्रतिशत तक पूरा कर सकता है.
गाजर: अपने खाने में गाजर को शामिल करना ना भूलें. गाजर में कई तरह के फैनोलिक कंपाउंड जैसे क्लोरोजेनिक, पी-कुमैरिक और कैफिक एसिड पाए जाते हैं. जो सिर्फ सूजन और रक्त वाहिकाओं के लिए अच्छे होते हैं, बल्कि लो ब्लड प्रेशर की समस्या भी इससे दूर हो सकती है.
पालक: पालक में मौजूद पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और नाइट्रेट्स हमारी सेहत के लिए बहुत लाभकारी है. एक शोध के मुताबिक, रोजाना पालक का सूप पीने वालों में हाई और लो ब्लड प्रेशर का खतरा कम होता है.