RANCHI : झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार गिराने की साजिश के मामले में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी सुबह करीब 11 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे। ईडी के रिजनल कार्यालय के बाहर ही मीडिया ने जब इरफान से सवाल किया तो उन्होने कहा कि मुझपर लगाए गए सभी आरोप निराधार है हमने ही सरकार बनाई है तो हम सरकार क्यों गिराएंगे। उन्होने आगे कहा कि नफरत की राजनीति छोड़ो और भारत जोड़ो में हम लगे हुए है। हाईकोर्ट हमारे साथ रही नहीं तो जिसतरह का घिनौना आरोप लगाया गया वो गलत है।
अपने साथी विधायक अनूप सिंह के आरोपों पर सफाई देते हुए इरफान अंसारी ने कहा कि वो राजेंद्र बाबू का बेटा है लेकिन लगता नहीं है, वो मुझसे छोटा है भगवान उसे सद्बुद्धि दे। इरफान ने आगे कहा कि मुझे किसी से कोई नफरत नहीं है हम नफरत की राजनीति में विश्वास नहीं रखते। ईडी से पूछताछ के सवाल पर उन्होने कहा कि पूछताछ के बाद एक बार बाहर निकले दीजिये फिर आगे बताएंगे। इरफान के अलावा दो और विधायक नमन विक्स कोंगड़ी और राजेश कच्छप से ईडी मंगलवार को इसी मामले में पूछताछ करेगी।
वही, 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव भी करीब 11 बजे ईडी के रिजनल ऑफिर पहुंचे। साहिबगंज डीसी पर आरोप है कि उन्होने अवैध खनन को बढ़ावा देने और मालवाहक जहाज के डूबले के मामले में तथ्यों से परे रिपोर्ट दिया था। उपायुक्त की रिपोर्ट पर संताल परगना के प्रमंडल आयुक्त ने भी आपत्ति जताई थी। इससे पहले अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए साहिबगंज डीसी को 23 जनवरी को बुलाया गया था। उस दिन आठ घंटे से अधिक समय तक उनसे पूछताछ की गयी थी। जबकि 16 जनवरी को विधायक इरफान अंसारी को हाजिर होने को कहा गया था, पर वे हाजिर नहीं हुए थे।
आपको बताते चलें कि, पहली बार जब ईडी ने कैश कांड मामले में तीनों विधायकों को समन भेजा था तब विधायकों को क्रमशः 13,16 और 17 जनवरी को हाजिर होने के लिए कहा गया था। उस वक्त सभी विधायकों ने 15-15 दिन का समय मांगा था। इन विधायकों द्वारा समय मांगे जाने के लिए किये गये अनुरोध पर विचार करने के बाद उन्हें छह, सात, और आठ फरवरी को हाजिर होने के लिए समन भेजा।