MUNGER: बिहार के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का दावा करने वाले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव की बातें हवा हवाई साबित हो रही हैं। डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार के दावों की पोल खोलकर रख दी है। राजधानी पटना समेत राज्य के विभिन्न जिलों में डेगू का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में डेंगू से संक्रमित मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड कम पड़ गए हैं, जिससे उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
दरअसल, मुंगेर में भी डेंगू संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके कारण डेंगू के मरीजों के साथ इसके संभावित लक्षणों से पीड़ित मरीजों की संख्या भी सदर अस्पताल में बढ़ने लगी है, जिससे अस्पताल में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। हालात यह है कि अब सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों को बेड तक नहीं मिल पा रहा है। गुरूवार को जांच में डेंगू के 12 नये पॉजिटिव मरीज पाये जाने के बाद जिले में डेंगू मरीजों की कुल संख्या अबतक 50 हो चुकी है। गुरूवार को सदर अस्पताल में 6 नये संभावित मरीजों को भर्ती किया गया है।
सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच अब मरीजों के लिये बेड तक कम पड़ने लगे हैं। हाल यह है कि बेड के अभाव में डेंगू वार्ड में मरीज फर्श पर भर्ती हो रहे हैं। अस्पताल में बने 9 बेड के डेंगू वार्ड में गुरूवार को कुल 11 मरीज भर्ती मिले। जिसमें दो महिला मरीजों को बेड न मिलने के कारण वार्ड में बने स्लैब वाले फर्श पर भर्ती किया गया था। जहां मरीजों को बेडसीट तक नहीं मिल पाया था। वहीं दोनों महिला मरीज हाथों में इंट्राकेट लगाये खुद को स्लाइन लगाने के लिये जगह मिलने के इंतजार में बैठे नजर आये।
मरीजों के परिजनों ने बताया कि डेंगू वार्ड में डॉक्टर तो आते है पर स्टाफों और नर्सों का व्यवहार ठीक नही है। काफी मिन्नतों के बाद मेडिकल स्टाफ और नर्स मरीजों को देखने के लिए आते हैं। बेड पर चादर तक नहीं दिया जाता है, एसे में मरीजों को काफी परेशानी हो रही। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पताल में बेड की काफी कमी हो गयी है। शनिवार तक प्री-फैब्रिकेटेड अस्पताल में डेंगू वार्ड तैयार कर वहां मरीजों को भर्ती किया जायेगा।