घर के दरवाजे पर गिरा बिजली का तार, एक ही परिवार के 10 लोगों को लगा करंट, हालत गंभीर

घर के दरवाजे पर गिरा बिजली का तार, एक ही परिवार के 10 लोगों को लगा करंट, हालत गंभीर

SUPAUL: सुपौल के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के मयूरवा में उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी जब बिजली विभाग की लापरवाही के कारण इलेक्ट्रिक का नंगा तार घर के दरवाजे पर अचानक गिर गया। इस दौरान एक ही परिवार के 10 लोग करंट की चपेट में आ गये। गंभीर हालत में सभी को त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। 


त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. श्रवण कुमार ने गंभीर रूप से घायल एक महिला को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया। घटना के संबंध में स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने बताया कि मयूरवा वार्ड नम्बर 2 में रविवार की शाम हुई बारिश और वज्रपात के कारण बिजली का नंगा तार देवनारायण यादव के घर और दरवाजे पर गिर गया। नंगा तार के चपेट में एक ही परिवार के दस लोग आ गये। बताया जाता है कि पीड़ित गृह स्वामी देवनारायण यादव की बेटी की शादी कल होने वाली थी। 


शादी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई लोग इकट्ठे हुए थे तभी यह घटना हो गयी। लोगों ने त्रिवेणीगंज बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। वही त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल प्रबंधन में जब घायलों को लेकर परिजन पहुंचे तो उस वक्त अस्पता में बिजली नहीं थी। डॉक्टर की अनुपस्थित के कारण मरीज के इलाज में करीब एक घंटा विलंब हुआ। इलाज में देरी के कारण कुछ मरीजों को परिजन प्राइवेट अस्पताल में ले गये। परिजनों ने बताया कि करीब एक घंटा तक अस्पताल में बिजली नहीं थी जिसके कारण अस्पताल में अफरा- तफरी का माहौल हो गया। 


इस हादसे में सनोज यादव की 9 वर्षीय बेटी पल्लवी कुमारी,दिनेश यादव की 45 वर्षीय पत्नी रेणु देवी, जनार्दन यादव की 50 वर्षीय पत्नी केंदुला देवी, रमेश यादव की 10 वर्षीय पुत्री रौनक कुमारी,अमोद यादव की 8 वर्षीय पुत्री खुशबू कुमारी,अरुण यादव की 35 वर्षीय पत्नी कंचन देवी,उमेश यादव की 9 वर्षीय पुत्री अंशु कुमारी,जयकुमार यादव की 45 वर्षीय पत्नी अमेरिका देवी और अशोक यादव की 35 वर्षीय पत्नी गीता देवी और एक अन्य शामिल है। 


जिसमें 5 को अस्पताल लाया गया जबकि अन्य घायलों को त्रिवेणीगंज बाजार स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहीं अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ.श्रवण कुमार ने बताया कि 5 लोग यहां भर्ती हुए है। सभी का इलाज चल रहा है। एक महिला को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज के लिए बाहर रेफर किया गया है। डॉ. श्रवण कुमार ने बताया कि अस्पताल में बिजली नहीं रहने और डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण इलाज में देरी के आरोप लगाया जा रहा है जो बिल्कुल गलत है।