तबीयत खराब होने पर महिला को घरवालों ने कमरे में किया कैद, आसपास के लोगों ने बांस से रास्ता घेरा

तबीयत खराब होने पर महिला को घरवालों ने कमरे में किया कैद, आसपास के लोगों ने बांस से रास्ता घेरा

GAYA: बोधगया में दीपक कुमार कोरोना संक्रमित हुआ तो पत्नी ने दिन रात बिना कोरोना के भय के साथ देखभाल किया समय पर दवाई,खाना से लेकर हौसला भी अफजाई की. कुछ ही दिनों के बाद दीपक कुमार का कोरोना जांच में निगेटिव रिपोर्ट आया. उसके बाद दीपक सामान्य रूप से बाहर निकलना शुरू कर दिया. लेकिन अब घर वाले उसकी पत्नी के तबीयत खराब होने पर लोग भेदभाव करने लगे है. 

घरवाले कर रहे भेदभाव

घर के ऊपरी तल्ले के एक कमरे में उसे रहने को बोला गया है. परिजन खाना देने में भेदभाव कर रहे है. दरवाजे के बाहर खाने के थाली को रख दिया जा रहा है जिससे पत्नी का मनोबल दिनप्रतिदिन गिरता जा रहा है. अब वह कोरोना के डर के साये में जी रही है. परिजनों ने इतना भयभीत कर दिया है कि वह खुद अपने आप को कोरोना संक्रमित महसूस करने लगी है. वही, रही सही कसर आस पास के लोगों ने पूरी कर रखी है. पति को कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी के बाद घर के आसपास के लोगों ने अपने घरों के बाहर बांस से चारदीवारी कर दी.


बच्चे को देख आसपास के भाग जा रहे बच्चे

घर के बच्चे भी जब घर से बाहर खेलने निकलते है तो आस पास के बच्चे जो साथ खेला करते थे उसने साथ छोड़ रखा है. घर में पिछले कई दिनों से अकेले रह रही शबनम कुमारी ने बताई की मेरे पति का पहले तबीयत ख़राब हुआ. उसके बाद मेरे पति का कोरोना जांच हुआ तो डॉक्टर बोले की उनको कोरोना वायरस है. जब कोरोना निकल गया तो उसके हिसाब से दवाई चला और वह ठीक हो गए. जब मेरे पति को कोरोना हुआ था तब घर के लोग भी नहीं आते थे. रूम के बाहर की खाना रख कर चले जाते थे मगर हम तो उनकी पत्नी थे तो हम तो उन्हें छोड़ नहीं सकते थे. आस पास के लोग भी हमलोग से दूरी बना लिए थे अब ठीक हो गए है. तब भी सभी लोग दूरी बनाये हुए है और हमे घर के रूम से बाहर निकलने के लिए लोग घर के लोग माना कर दिए है. इनलोगों को लगता है की कोरोना है हमे मगर जांच में नेगेटिव आ गया है तब भी हम एक रूम में रहते है. कोई मिलाने भी नहीं आता है और नाही रूम से कोई निकलने देता है एक रूम में अकेले रहते रहते दम घुटने लगा है और मेरे पति नेगेटिव होने के बाद काम पर भी जा रहे है. बाहर के लोग तो दूर अपने घर के लोग भी भेदभाव कर रहे है. उन्हें भी डर है कि कंही उन्हें भी कोरोना न हो जाए.