GAYA : गया में पितृपक्ष के मौके पर पितरों के निमित्त पिंडदान से जुड़े अनुष्ठान फल्गु नदी के किनारे देव घाट पर शुरू हो चुके हैं. हजारों की संख्या में तीर्थयात्री देश के विभिन्न कोने से फल्गु में स्नान कर श्राद्ध कर्म करने पहुंच गए हैं. फल्गु का किनारा धूप, दीप और सुगंधित अगरबती से सुंगधित हो उठा है. यह क्रियाएं अगले 17 दिनों तक लगातार चलेगी.
कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार भी पितृपक्ष मेला तो नहीं लग रहा है लेकिन कोरोना गाइडलाइन्स के अनुसार पिंडदान करने की इजाजत दे दी गई है. कल से शहर के विभिन्न कोने में स्थिति महत्वपूर्ण पिंडवेदियों पर पिंडदान से जुड़ी क्रिया को पिंडदानी ब्राह्मणों के दिशा-निर्देश में संपन्न कराएंगे. हालांकि, कोराना काल से पहले इस मौके पर पहले ही दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु नजर आते थे, जो इस बार नहीं हैं. तीर्थ यात्रियों की संख्या 5-7 हजार के बीच ही पहले दिन सिमटी रही.
पितृपक्ष को लेकर गया जंक्शन पर देश-विदेश से आने वाले पिंडदानियों और तीर्थ यात्रियों को रेलवे की ओर से बेहतर सुविधा देने और स्वागत के लिए तैयार है. गया में 15 दिनों तक चलने वाली पितृपक्ष के लेकर रेल प्रशासन अलर्ट हो गया है. देश-विदेशों से आने वाले पिंडदानी की सुरक्षा करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग-अलग जिले से 3500 महिला-पुरूष जवान भेजे गए हैं. इन जवानों के आने का सिलसिला शुरु हो गया है. अलग-अलग जिले से जवान शनिवार को गया पहुंच चुके हैं.