मां से बिछड़ कर गांव में पहुंच गया नवजात भालू और चितल, पटना जू में अब होगा देखभाल

मां से बिछड़ कर गांव में पहुंच गया नवजात भालू और चितल, पटना जू में अब होगा देखभाल

WEST CHAMPARAN : वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन प्रमंडल दो के हरनाटाड़ और गनौली वन क्षेत्र के रिहायशी इलाके में मिले भालू और चीतल के बच्चे अब पटना जू में रहेंगे. 

बिहार के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन के आदेश पर वीटीआर प्रशासन ने हरनाटांड़ वन क्षेत्र में मिले भालू के बच्चे और गनौली वन क्षेत्र में मिले चीतल के नवजात को पटना जू में भेजा गया. दोनों नवजातों का पटना जू में पालन पोषण किया जाएगा. 

वीटीआर वन प्रमंडल दो के डीएफओ गौरव ओझा ने बताया कि हरनाटांड़ वन क्षेत्र के तरूअनवा सरेह में गन्ने के खेत में एक नवजात भालू मिला था. ग्रामीणों की सूचना पर वन कर्मियों की टीम ने गन्ने के खेत से भालू के नवजात को बरामद किया था. भालू का शावक महज आठ से दस दिन का है. वहीं चीतल का बच्चा एक माह का है. उन्होंने बताया कि हरनाटाड़ वन क्षेत्र के तरूअनवा सरेह जंगल से सटा हुआ है. इसलिए जंगल से भटक कर भालू का नवजात शावक भटक कर गन्ने के खेत में पहुंच गया होगा. नवजात चीतल भी अपनी मां की खोज में जंगल से भटक कर शिनवहा गांव में पहुंच गया होगा. 

डीएफओ ने बताया कि दोनों नवजातों के मां मादा भालू और चीतल की खोजबीन करने और निगरानी के लिए वन कर्मियों की टीम को लगाई गई है.