BEGUSARAI: बेगूसराय पहुंचे माकपा के राष्ट्रीय महासचिव सीताराम येचुरी ने बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और अन्य मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण अमीर और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले 8 वर्षों में पूंजीपतियों के करीब 11 लाख करोड़ रुपए के कर्ज को माफ कर चुकी है, अगर यही पैसा सही तरीके से इस्तेमाल हुआ होता तो आज देश में नौकरियों की भरमार होती और गरीबों की जिंदगी सुधर गई होती।
दरअसल, सीताराम येचुरी शनिवार को एक आमसभा में शामिल होने के लिए बेगूसराय पहुंचे थे। इस दौरान देश के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि देश में महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी लगातार बढ़ रही है। देश की आर्थिक व्यवस्था मंदी की चपेट में है और जीडीपी में गिरावत दर्ज की जा रही है। अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और गरीब और भी गरीब होते जा रहे हैं और भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। केंद्र में बैठी बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के कारण लोगों के सामने जीवन जीने की कठिनाई उत्पन्न हो गई है।
येचुरी ने कहा कि यहां सवाल इस बात का नहीं है कि कौन कितने बच्चे पैदा कर रहा है, सवाल है कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार किसका है। बड़ा सवाल है कि देश के संसाधनों का इस्तेमाल अमीर को और अमीर बनाने में किया जा रहा है या गरीब की जिंदगी को सुधारने में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मोदी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में पूजीपतियों के 11 लाख करोड़ रुपए कर्ज को माफ कर दिया। यही पैसा अगर गांव और गरीबों के विकास में इस्तेमाल हुआ होता तो देश की भलाई हो जाती। उन्होंने कहा कि अगर ये पैसे सरकारी निवेश में होते तो करोड़ों नौकरियों का सृजन किया जा सकता था।