विद्यापति चंद्रवंशी ने नीतीश सरकार से की मांग..पिछड़े समाज की महिलाओं को दें उनका अधिकार

विद्यापति चंद्रवंशी ने नीतीश सरकार से की मांग..पिछड़े समाज की महिलाओं को दें उनका अधिकार

PATNA: राष्ट्रपति महात्मा गांधी की 154वीं जयंती आज देशभर में मनाई जा रही है। आम जनता पार्टी राष्ट्रीय ने पटना में बापू की जयंती मनाई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने महात्मा गांधी की तैलिय चित्र पर पुष्प अर्पित कर आज के दिन उन्हें याद किया। उन्हें नमन करते हुए उनके बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस दौरान आम जनता पार्टी राष्ट्रीय की ओर से पटना स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। 


प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि महिला आरक्षण कानून में जबतक आरक्षण के कोटे को पिछड़ा, अति पिछड़ा,अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति समाज की महिलाओं के लिए अलग नहीं किया जाएगा तब तक इन समाज की महिलाओं को लोकसभा एवं विधानसभा में उचित भागीदारी नहीं मिलेगी। इसलिए 33 प्रतिशत जो आरक्षण महिलाओं को दिया गया है उसे चार भाग में बांटने की जरूरत है। अगर ऐसा नहीं किया जाएगा तो आने वाले समय में महिला मोर्चा सड़क से सदन तक आंदोलन करेगी।


विद्यापति चंद्रवंशी ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति का कोटा जो पूर्व से 24% निर्धारित है। उससे अलग अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति की महिलाओं को 33% में से समुचित भागीदारी मिलनी चाहिए। वहीं महिला मोर्चा की बिहार प्रदेश अध्यक्ष रेखा कुमारी ने बताया कि हम पिछड़े समाज की महिलाओं को यदि सरकार ने अधिकार नहीं दिया तो हमलोग सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे।


बताते चले कि नीतीश सरकार ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर जातीय गणना के आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया है। सरकार द्वारा जारी जातीय गणना के आंकड़ों के मुताबिक, बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 310 है। जिसमें अत्यंत पिछड़ा- 36 फीसदी, पिछड़ा वर्ग- 27 फीसदी, अनुसूचित जाति- 19 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 1.68 फीसदी है। नीतीश सरकार ने 2 अक्टूबर गांधी जयंती के मौके पर जातीय गणना के आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया है। 


बिहार सरकार की तरफ से बिहार जाति आधारित जनगणना में कुल आबादी 13 करोड़ से ज्यादा बताई गई है। इनमें हिंदू समुदाय की आबादी 81.9%, मुस्लिम की आबादी 17.7%, ईसाई 0.05%, सिख- 0.01%, बौद्ध 0.08%, जैन 0.0096% और अन्य धर्म के लोगों की आबादी 0.12% है।  13 करोड़ से ज्यादा की आबादी में 10.07 करोड़ हिंदू और मुस्लिम की आबादी 2.31 करोड़ है।


बिहार सरकार की तरफ से जारी जातीय गणना के मुताबिक बिहार में सवर्णों की तादाद 15.52 फीसदी है। जिसेम भूमिहार की आबादी 2.86 फीसदी, ब्रह्मणों की आबादी 3.66 फीसदी, कुर्मी की जनसंख्या 2.87 फीसदी, मुसहर की आबादी 3 फीसदी, यादवों को आबादी 14 फीसदी, राजपूत को आबादी 3.45 फीसदी, कायस्थ 0.60 फीसदी है।


जातीय गणना के मुताबिक, बिहार में कुल 215 जातियां हैं। जिसमें कायस्थ- 0.60 फीसदी, कुर्मी- 2.87 फीसदी, कुशवाहा- 4.21 फीसदी, चंद्रवंशी- 1.64 फीसदी, धानुक- 2.13 फीसदी, धोबी- 0.83 फीसदी, नाई- 1.59 फीसदी, नोनिया- 1.91, कुम्हार- 1.40, पासी- 0.98, बढ़ई- 1.45, ब्राह्मण- 3.65, भूमिहार- 2.86, मल्लाह- 2.60, माली- 0.26, मुसहर- 3.08, राजपूत- 3.45, लोहार- 0.15, सोनार- 0.68, हलवाई- 0.60 फीसदी हैं। अघोरी- 0.069, अदरखी- 0.02, अबदल- 0.0087, अमात- 0.21, असुर- 0.059, अवध बनिया- 0.03, मुस्लिम दर्जी- 0.25 फीसदी है।