DESK: कांग्रेस नेता राहुल गांधी यूरोप के तीन देशों के दौरे बेल्जियम पहुंचे हैं और जी20 शिखर सम्मेलन के समापन के एक दिन बाद यानी 12 सितंबर की रात वे भारत लौटेंगे। राहुल गांधी ने बेल्जियम के ब्रसेल्स प्रेस क्लब में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को संबोधित करते हुए G20 के डिनर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को नहीं बुलाए जाने पर नाराजगी जताई है।
राहुल ने कहा है कि जी20 बातचीत के लिहाज से बेहद अहम है। भारत इसकी मेजबानी कर रहा है ये गर्व की बात है। भारत में लोकतंत्र को लेकर जो हो रहा है वो बेहद गंभीर है. देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर उन लोगों के जरिए हमला किया जा रहा है, जो भारत को चला रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि 370 पर हमारा स्टैंड क्लियर है। सीडब्ल्यूसी में पास किए गए प्रस्ताव में साफ है।
उन्होंने कहा कि हम इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि देश के हर एक आदमी के पास अपनी आवाज है और उसके पास इसकी अभिव्यक्ति का अधिकार होना चाहिए। कश्मीर का विकास हो, कश्मीर आगे बढ़े और वहां शांति हो। हमारे देश की प्रकृति में बदलाव की कोशिश की जा रही है। अल्पसंख्यकों में शामिल दलित, ट्राइबल और पिछड़ी जातियों पर हमले हो रहे हैं। बीजेपी चाहती है कि पैसे और पावर केंद्रित हो।
इस दौरान राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खरगे को जी20 की मीटिंग में नहीं बुलाने को लेकर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी के अध्यक्ष को नहीं बुलाना बताता है कि आप देश की 60 फीसदी जनता के नेता को तवज्जो नहीं देते।