बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत 20 हजार लाभुकों को मिली पहली किस्त, 100 करोड़ से अधिक की राशि वितरित गोपालगंज में फूड प्वाइजनिंग से एक ही परिवार के 12 लोग बीमार, सदर अस्पताल में भर्ती सारण में शिक्षक संतोष राय हत्याकांड का खुलासा, मुख्य साजिशकर्ता और शूटर गिरफ्तार छातापुर में बढ़ते अपराध पर VIP नेता संजीव मिश्रा ने जताई गहरी चिंता, कहा..अपराधियों के हौसले बुलंद, प्रशासन मौन BIHAR: छपरा में दिनदहाड़े मोबाइल दुकान में लूट, दुकानदार ने लुटेरे को कट्टा समेत दबोचा Patna News: पटना के होमगार्ड जवान की करतूत, थाना में खाना बनाने वाली महिला को लेकर हुआ फरार, पति ने पुलिस से लगाई गुहार Patna News: पटना के होमगार्ड जवान की करतूत, थाना में खाना बनाने वाली महिला को लेकर हुआ फरार, पति ने पुलिस से लगाई गुहार Bihar Politics: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आवास पर श्रावण महोत्सव का आयोजन, सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ Bihar Politics: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के आवास पर श्रावण महोत्सव का आयोजन, सीएम नीतीश कुमार ने किया शुभारंभ Bihar News: बिहार में सावन की पहली सोमवारी पर शिव मंदिर में बड़ा कांड, युवक ने सरेआम भर दी युवती की मांग; वीडियो वायरल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 Feb 2024 11:06:50 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : फ्लोर टेस्ट से पहले बिहार की सियासत गरमायी हुई है। अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए सभी दलों की कवायद जारी है। इस बीच आज शाम में कांग्रेस के सभी विधायक हैदराबाद से पटना लौटेंगे। इससे पहले किसी भी तरह की टूट से बचाने के लिए बिहार कांग्रेस ने अपने विधायकों को 4 फरवरी को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया था। अब एक हफ्ते बाद उनके तमाम विधायक आज बिहार लौट सकते हैं। इससे पहले आज सुबह प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह भी पटना पहुंचे हैं। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन एकजुट हैं।
दरअसल, 28 जनवरी को नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के बाद पार्टी में टूट की अटकलों के बीच 4 फरवरी को कांग्रेस नेतृत्व ने सभी विधायकों को तेलंगाना शिफ्ट करने का फैसला किया था। जिसके बाद देर शाम तक 19 में से 16 विधायक दिल्ली से हैदराबाद भेज दिया गया। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में यह कहा गया की नयी सरकार को बधाई देने हमलोग आए हैं।
वहीं 4 फरवरी को कांग्रेस के जो 16 विधायक हैदराबाद गए थे, उनमें विधायक दल के नेता शकील अहमद खान, सचेतक राजेश राम, आफाक आलम, मुरारी गौतम, अजीत शर्मा, क्षत्रपति यादव, नीतू सिंह, अजय कुमार सिंह, प्रतिमा दास, इजहारुल हक, विश्वनाथ राम, विजेंद्र चौधरी, मुन्ना तिवारी, आनंद शंकर, संतोष मिश्रा और विजय शंकर दूबे शामिल है। वहीं मनोहर सिंह, अबीदुर रहमान और सिद्धार्थ सौरभ हैदराबाद नहीं गए थे। हालांकि सभी ने साफ कर दिया कि वह कांग्रेस के साथ हैं।
आपको बताते चलें कि, 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को पूर्ण बहुमत है। उसे 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त हैं, जिनमें बीजेपी के 78, जेडीयू के 45, हम के 4 और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। वहीं, महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं, जिनमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायक हैं। एक विधायक एआईएमआईएम हैं, जो जरूरत पड़ने पर विपक्षी खेमे को समर्थन दे सकते हैं।