फ्लोर टेस्ट को लेकर सदन पहुंचे तेजस्वी यादव, दो दिनों से विधायकों को अपने आवास पर कर रहा था नजरबंद

फ्लोर टेस्ट को लेकर सदन पहुंचे तेजस्वी यादव, दो दिनों से विधायकों को अपने आवास पर कर रहा था नजरबंद

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आज अग्निपरीक्षा है। महागठबंधन से नाता तोड़ 28 जनवरी को एनडीए के साथ नई सरकार बनाने वाले नीतीश को आज विधानसभा में बहुमत परीक्षण देना होगा। नीतीश आज सदन में सबसे पहले अपनी सरकार के बहुमत को लेकर वोटिंग का प्रस्ताव रखेंगे। इसी बीच राजद नेता तेजस्वी यादव भी सदन पहुंच गए हैं। 


दरअसल, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और तेज प्रताप भी विधानसभा पहुंचे। विक्ट्री साइन दिखा तेजस्वी गये सदन के अंदर. इससे पहले जीतन राम मांझी के साथ हम के चारों विधायक विधान सभा पहुंचे। आज नीतीश आज सदन में सबसे पहले अपनी सरकार के बहुमत को लेकर वोटिंग का प्रस्ताव रखेंगे। अगर नीतीश बुहमत परीक्षण में फेल होते हैं  तो फिर बहुत बड़ा गेम हो सकता है, लेकिन इसकी संभावना काफी कम है।

क्या होता है फ्लौर टेस्ट

मालूम हो कि, फ्लौर टेस्ट किसी भी गठबंधन सरकार के मामले में मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री को विश्वास मत पेश करने के लिए किया जाता है। इससे ये जाना जाता है कि क्या सीएम को विधानसभा में बहुमत प्राप्त है या नहीं। यह संसद और विधानसभा दोनों जगह होता है।

फ्लौर टेस्ट में फेल हुए तो क्या?

आज नीतीश कुमार को फ्लौर टेस्ट देते हुए दिखाना होगा कि उनके पास जरूरी बहुमत का आंकड़ा है। जब भी सरकार के पास बहुमत होने पर सवाल उठाए जाते हैं तो बहुमत का दावा करने वाले सीएम को अपने सभी विधायकों से वोटिंग करवानी होती है। जितने भी विधायक विधानसभा में पेश होते हैं, उनके ही वोट गिने जाते हैं।