फर्स्ट बिहार की खबर का हुआ बड़ा असर, अस्पताल बना मयखाना! मामले में हुई कार्रवाई, 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

फर्स्ट बिहार की खबर का हुआ बड़ा असर, अस्पताल बना मयखाना! मामले में हुई कार्रवाई, 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

SUPAUL: अब बात फर्स्ट बिहार की खबरों के असर की करते हैं तो एक बार फिर फर्स्ट बिहार की खबर का बड़ा असर हुआ है। सुपौल के त्रिवेणीगंज अस्पताल परिसर में शराब पार्टी का वीडियो वायरल होने के बाद इस खबर को फर्स्ट बिहार ने प्रमुखता से चलाया था जिसके बाद इस खबर का बड़ा असर हुआ है। पुलिस ने इस मामले में चार नामजद और अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दी है। 


गौरतलब है कि 8 सितंबर को सुपौल के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल के एकाउंटेंट का शराब पीते दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस खबर को फर्स्ट बिहार-झारखंड ने प्रमुखता के साथ चलाया था। मामले में 5 दिनों तक गहन जांच चली। 


जांच के बाद त्रिवेणीगंज पुलिस ने वायरल वीडियो में शामिल अस्पताल के एकाउंटेंट सुभाष सिंह, आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर पवन कुमार रजक, थाना क्षेत्र के लालपट्टी वार्ड नम्बर 16 निवासी सर्वेश कुमार यादव, थाना क्षेत्र के बाजितपुर निवासी अर्जुन सरदार और अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है।


साथ ही दर्ज प्राथमिकी में वायरल वीडियो में शामिल व्हाइट पेंट वाले संभावित अस्पताल के प्रबंधक प्रेम रंजन औऱ जूता पहने हुए व्यक्ति को भी आरोपी माना। दर्ज प्राथमिकी में अस्पताल के प्रभारी जो सबकुछ जानते हुए भी इस मामले को छिपाने का प्रयास करते रहे उन्हें भी दोषी माना गया है। 


थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो, संकलित साक्ष्य औऱ गहन जांच के बाद थाना कांड संख्या 299/21 दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया है कि  वीडियो में शामिल और दर्ज प्राथमिकी में बनाए गये नामजद आरोपी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।


आपको बता दें कि अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के एकाउंटेंट सुभाष सिंह और आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर पवन रजक का शराब पीते दो वीडियो बीते 8 सितम्बर को वायरल हुआ था। जिसमें पहला वीडियो अस्पताल के सामने स्थित एक दवा दुकान का बताया जा रहा है। तो वहीं दूसरा वीडियो अस्पताल परिसर स्थित एकाउंटेंट के सरकारी आवास का बताया जा रहा है। जिसमें एकाउंटेंट सुभाष सिंह अपने साथियों के साथ चिकेन चावल खाते और शराब का सेवन करते दिखे।


वीडियो वायरल होने के बाद एकाउंटेंट सुभाष सिंह, आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर पवन कुमार रजक औऱ अस्पताल के प्रबंधक प्रेम रंजन तीनों अस्पताल से गायब हो गए। साथ ही अस्पताल के सामने स्थित जिस दवा दुकान का पहला वीडियो बताया जा रहा है उसके कथित दवा दुकानदार सर्वेश कुमार यादव भी अपनी दुकानों को बंद कर गायब हो गये। 


वहीं अस्पताल में आए दिन दिखने वाले बाजितपुर निवासी अर्जुन सरदार भी वीडियो वायरल होने के बाद से अस्पताल परिसर में दिखाई नहीं दे रहे हैं। अचानक ही इन सबों का इस तरीके से गायब होना वायरल वीडियो में दिखाए गए करतूतों के सत्यता की ओर ईशारा करता है। बहरहाल स्थानीय पुलिस ने सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किया है। अब यह पुलिसिया अनुसंधान का विषय है। लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने के बाद आरोपियों की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही है।